असमें भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक असम में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक पांच बजकर 54 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र तेजपुर से 17 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में था। अभी बीते सोमवार को ही रात 9 बजकर 23 मिनट पर बिहार में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 3.5 तीव्रता के आए भूकंप का केंद्र नालंदा से 20 किलोमीटर उत्तर-पश्चिमी दूर था।
बिहार में आए भूकंप का केंद्र धरती के पांच किलोमीटर की गहराई में था। बिहार की राजधानी पटना के अलावा भागलपुर, गया, औरंगाबाद, नालंदा, नवादा, बक्सर समेत कई जिलों में इस भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि भूकंप की तीव्रता कम होने से इसका बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा था। इससे पहले दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में शुक्रवार की रात को 6.3 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। रात 10:31 बजे आए भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में जमीन से करीब 90 किलोमीटर नीचे था।
भारत में शुक्रवार रात लगे भूकंप के झटकों के करीब 20 घंटे बाद ही जापान में शनिवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। शनिवार को जापान में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.3 मापी गई थी। भूकंप इतना तगड़ा था कि लोग डरकर लाखों लोग घरों से बाहर आ गए थे और यातायात थम गया था। यही नहीं भूकंप के बाद लगभग 950,000 घरों की बिजली चली गई थी। भूकंप में 140 लोग घायल हुए थे। जापान में भूकंप का तेज झटका रात 11.08 बजे लगा था और उस समय ज्यादातर लोग सो गए थे या सोने की तैयारी कर रहे थे।
जापान में शनिवार को आए तगड़े भूकंप के बाद रविवार को भी तगड़े झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.2 मापी गई। रविवार को आए भूकंप के झटके भी फुकुशिमा इलाके में ही दर्ज किए गए थे। भारत सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में साल 2020 में करीब 965 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। वैज्ञानिकों की मानें तो टैक्टोनिक प्लेटों के हिलने और एक दूसरे से टकराने की वजह से भूकंप आते हैं। भूकंप की घटनाएं खगोलीय पिंडों के गिरने और परमाणु विस्फोटों के चलते भी होती हैं।