उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि राज्य सरकार निजी क्षेत्रों में नौकरी दिलाने के साथ ही सरकारी क्षेत्रों में भी संविदा की भर्तियों को अब सेवायोजन पोर्टल (http://sewayojan.up.nic.in/) के माध्यम से करेगी। इस पोर्टल में बेरोजगार अपना रजिस्ट्रेशन करा कर योग्यतानुसार आसानी से नौकरी पा सकेंगे। यह भी कहा कि इस पोर्टल से घर बैठे पता चल जाएगा कि सरकारी एवं निजी क्षेत्रों के लिए आ रही भर्तियों के लिए योग्यता क्या है?
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश कामगार एवं श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग का गठन किया है। इसके माध्यम से श्रमिकों को उसकी कार्यकुशलता के आधार पर रोजगार दिया जा रहा है।
मंगलवार को बदायूं में 3271 बेरोजगार नवयुवकों को नियुक्ति पत्र देते हुए श्री मौर्य ने कहा कि यह नौकरी अंतिम पड़ाव नहीं है बल्कि जीवन में आगे बढ़ने का माध्यम है। केन्द्र और राज्य सरकार की मंशा है कि सभी अपनी योग्यता एवं कार्यकुशलता के अनुसार देश के विकास में सहयोगी बनकर विकास की मुख्य धारा में शामिल हों। राज्य सरकार हर जरूरतमंद तक अपनी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है।
सरकार के प्रयासों से ही राज्य के बेरोजगार नौजवानों को अभियान चला कर सेवायोजित किया जा रहा है। राज्य सरकार समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को सम्मान दिलाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अब तक चार लाख नौजवानों को सेवायोजन विभाग के माध्यम से रोजगार मुहैय्या करा चुकी है जबकि कौशल विकास विभाग के माध्यम से भी चार लाख नवयुवकों को रोजगार दिया गया।
आईटीआई के माध्यम से तीन लाख नवयुवकों को नौकरी दी गई है। इसी प्रकार से सरकारी क्षेत्र में भी संविदा के आधार पर छह लाख भर्तियां अब तक की जा चुकी हैं। वहीं प्रवासी मजदूरों को भी कार्यकुशलता के आधार पर रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकार ने पूरे कार्यकाल में महज 1.81 लाख बेरोजगारों को सेवायोजित किया था जबकि प्रदेश की वर्तमान सरकार इस आंकड़े से तीन से चार गुना ज्यादा नवयुवकों को नौकरी दे चुकी है और अभी आगे और लोगों को समायोजित किया जाएगा।