अरब सागर में उठे ‘बेहद गंभीर’ चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (cyclone Biparjoy) के मद्देनजर गुजरात अलर्ट पर है. बिपरजॉय गुरुवार को पाकिस्तान के कराची और भारत में गुजरात के तट से टकराने वाला है. मौसम विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ फिलहाल पोरबंदर से करीब 340 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में मौजूद है. इस चक्रवात के गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के साथ लगे पाकिस्तानी तट को मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पार करने की बहुत ज्यादा संभावना है. गुरुवार दोपहर तक साइक्लोन बिपरजॉय जखाऊ पोर्ट (गुजरात) के करीब 125-135 किमी. प्रति घंटे से 150 किमी प्रति घंटा की अधिकतम रफ्तार के साथ तट को पार कर सकता है.
इस बीच, अरब सागर के ऊपर से उठे चक्रवात बिपरजॉय के कारण खराब हुए मौसम के कारण मुंबई में भी समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं और विमान सेवा भी कुछ हद तक प्रभावित हुई है. कल शाम मुंबई में कई उड़ानों के संचालन पर असर पड़ा. चक्रवात की तीव्रता के बढ़ने के साथ शहर में भारी बारिश और तेज हवाओं के चलने की सूचना दी गई है.
आईएमडी के मुताबिक अत्यंत-प्रचण्ड चक्रवाती तूफान बिपारजॉय मध्यपूर्व और आसपास के पूर्वोत्तर अरब सागर पर पिछले 6 घंटों के दौरान 7 किमी. प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर दिशा की ओर बढ़ते हुए 12 जून 2023 को भारतीय समयानुसार 0830 बजे, मध्यपूर्व और आसपास के पूर्वोत्तर अरब सागर पर लगभग 19.4°N अक्षांश और 67.7°E देशांतर के पास, पोरबंदर से 320 किमी दक्षिणपश्चिम, देवभूमि द्वारका से 360 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम, जखाऊ बंदरगाह से 440 किमी दक्षिण, नलिया से 440 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और कराची (पाकिस्तान) से 620 किमी दक्षिण में स्थित था.
साइक्लोन बिपरजॉय के 14 जून की सुबह तक लगभग उत्तर दिशा की ओर बढ़ने, इसके बाद उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा की ओर बढ़ने और 15 जून, 2023 की दोपहर तक प्रचण्ड चक्रवाती तूफान के रूप में 125-135 किमी. प्रति घंटे की निरन्तर हवा की गति के साथ सौराष्ट्र-कच्छ और उससे लगे पाकिस्तान के तटों को माण्डवी (गुजरात) एवं कराची (पाकिस्तान) के मध्य जखाऊ बंदरगाह के पास पार करने की संभावना है. तूफान की रफ्तार 150 किमी. प्रति घंटे तक भी हो सकती है.
चक्रवात बिपरजॉय के खतरनाक रूप लेने के कारण कच्छ में लोगों को सुरक्षा के लिए अस्थायी आश्रयों में भेजा जा रहा है. कच्छ में कांडला में दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण के अधिकारियों ने निचले इलाकों से लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में भेजना शुरू कर दिया है. किसी भी आपात स्थिति में उन्हें अलर्ट रहने को कहा गया है.