झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है। सीएम हेमंत की बढ़ती लोकप्रियता से बौखलाए अपराधियों ने उन्हें निशाने पर ले रखा है। बीते चार जनवरी को राजधानी के किशोरगंज चौक पर मुख्यमंत्री के काफिले पर हमले के बाद पांच जनवरी को उन्हें एक बेनामी ई-मेल भेजकर जान से मारने की धमकी दी गई है। इस मामले में मुख्यमंत्री आवास में तैनात विशेष शाखा के दारोगा मोहम्मद तंजील खान के बयान पर रांची के साइबर थाना में प्राथमिकी (केस नंबर 02/2021) दर्ज की गई है।
प्राथमिकी धारा 500/506/507/153(ए) भादवि और आइटी एक्ट की धारा 66(सी) व 66(डी) के तहत दर्ज की गई है। धमकी भरा ई-मेल मुख्यमंत्री के अलावा उनके सचिव को भी भेजा गया है। ई-मेल भेजने वाले का नाम व पता इस ई-मेल में नहीं है। इस ई-मेल में डीजीपी एमवी राव को भी धमकी दी गई है। केस के अनुसंधान की जिम्मेदारी साइबर क्राइम थाना रांची के इंस्पेक्टर सतीश गोराई को दी गई है।
गत वर्ष भी भेजा गया था धमकी भरा ई-मेल
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गत वर्ष जुलाई महीने में भी ई-मेल भेजकर धमकी दी गई थी। अपराधियों ने आठ व 17 जुलाई , 2020 को ई-मेल भेजकर धमकी दी थी। इस मामले में रांची के साइबर थाने में पहले भी दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई थी। दोनों ई-मेल भेजने में जर्मनी व स्विटजरलैंड के अलग-अलग सर्वर का प्रयोग किया गया था।
एडीजी अनिल पाल्टा कर रहे मानिटरिंग
मुख्यमंत्री को धमकी भरा ई-मेल मिलने के बाद से अपराधियों को पकड़ने के लिए सीआइडी ने प्रयास तेज कर दिए हैं। सीआइडी के एडीजी अनिल पाल्टा स्वयं इस केस की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने जर्मनी व स्विटजरलैंड को अनुरोध पत्र भी भेजा है ताकि ई-मेल भेजने वालों तक पुलिस पहुंच सके। अब तक साइबर क्राइम थाने को इस ई-मेल से संबंधित आइपी एड्रेस का पता नहीं चला है।