पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) पर तैनात इंडिगो एयरलाइंस (Indigo Airlines Officer) के अधिकारी रूपेश कुमार सिंह (Rupeh Murder Case) की हत्या के मामले का पर्दाफाश हो गया है। पटना पुलिस (Patna Police) के सूत्रों से मिली जानकारी पर यकीन करें तो रूपेश की हत्या रोडरेज को लेकर हुई थी। रुपेश की हत्या 12 जनवरी की शाम हुई थी। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी हत्या की वजह को लेकर कुछ भी बताया नहीं जा रहा है। पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा (Patna SSP Upendra Kumar Sharma) ने कहा है कि दोपहर दो बजे पुलिस इस मामले में पूरी जानकारी पेश करेगी।
पुलिस मुख्यालय के सामने रोडरेज के कारण गई रूपेश की जान
सूत्रों की मानें तो बिहार पुलिस (Bihar Police) के मुख्यालय बेली रोड स्थित सरदार पटेल भवन (Sardar Patel Bhawan) के सामने रोडरेज को लेकर रुपेश की हत्या की गई है। पटना के पुनाईचक (Punaichak) स्थित अपार्टमेंट से इसी रास्ते होकर अक्सर रूपेश पटना एयरपोर्ट आते-जाते थे। बताया जा रहा है कि हत्या के दिन भी वह इसी रास्ते एयरपोर्ट (Jay Prakash Narayan Airport) पर अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद शाम को अपार्टमेंट लौट रहे थे।
नवंबर में हुआ था रोडरेज का मामला, दो महीने बाद की गई हत्या
आगे निकलने के क्रम में किसी वाहन सवार के साथ रुपेश की कहासुनी हुई थी। इसी दौरान दूसरे शख्स ने रुपेश की गाड़ी का नंबर नोट कर लिया था। रोडरेज की यह घटना नवंबर में हुई बताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने अब तक की जांच के आधार पर यही जानकारी हासिल की है। अगले कुछ घंटों में पटना पुलिस इसी जानकारी को औपचारिक तौर पर साझा करने वाली है। हालांकि पुलिस अगर यही थ्योरी लेकर सामने आती है तो बहुत आसानी से इसे पचना मुश्किल है। लोग इस तरह की किसी तरह थ्योरी पर अभी से सवाल खड़े करने लगे हैं। पुलिस जब आधिकारिक तौर पर इस बारे में कुछ कहेगी, तभी पूरा मामला साफ हो सकेगा।
ठीक अपार्टमेंट के सामने रुपेश को मारी गई थी गोली
रूपेश को पुनाईचक में ठीक उनके अपार्टमेंट के सामने मारा गया था। बाइक सवार बदमाशों ने कार में सवार रुपेश पर ताबड़तोड़ गोलियां दागी थीं। रुपेश को छह गोलियां मारने की बात सामने आई थी। हालांकि रुपेश के शरीर पर 15 से अधिक जख्म के निशान मिले थे। इस हत्या में मुंगेर निर्मित पिस्टल (Munger Made Pistol) का इस्तेमाल करने की बात सामने आई थी।
कई बिंदुओं पर जांच कर चुकी है पुलिस
इस हत्याकांड में पटना पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर चुकी है। पुलिस ने ठेकेदारी के विवाद, एयरपोर्ट में पार्किंग के विवाद और निजी दुश्मनी के एंगल से मामले की जांच की। इस मामले में बिहार के कई जिलों से ठेकेदारों और संबंधित विभागों के अधिकारियों से पूछताछ की गई। पुलिस ने बिहार से बाहर जाकर गुजरात के सूरत और गोवा तक भी जांच की।
राजनीतिक दृष्टि से काफी संवेदनशील रहा है मामला
यह मामला राजनीतिक दृष्टि से भी काफी संवेदनशील रहा है। इस हत्याकांड के बाद बिहार में विधि-व्यवस्था (Law and Order in Bihar) पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। बिहार में विपक्षी दलों ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया और सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) को घेरा। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को गृह विभाग छोड़ने तक की सलाह दे डाली थी। जदयू (JDU) की सहयोगी पार्टी भाजपा (BJP) के नेताओं ने भी इस वारदात को लेकर चिंता जताई थी। भाजपा सांसद विवेक ठाकुर (BJP MLA Vivek Thakur) ने भी मामले को सीबीआइ को सौंपने की वकालत की थी।