नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भारत और ब्रिटेन के बीच आठ जनवरी से सशर्त फ्लाइटें शुरू करने का फैसला लिया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक आगामी 23 जनवरी तक दोनों देशों की विमानन कंपनियां हर हफ्ते केवल 15 फ्लाइटों का संचालन करेंगी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भारत और ब्रिटेन के बीच आठ जनवरी से सशर्त फ्लाइटें शुरू करने का फैसला लिया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, आगामी 23 जनवरी तक दोनों देशों की विमानन कंपनियां हर हफ्ते केवल 15 फ्लाइटों का संचालन करेंगी। यही नहीं दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और हैदराबाद स्थित हवाई अड्डों से ही उक्त फ्लाइटों का परिचालन होगा।
उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में कोरोना के नए स्वरूप के सामने आने के बाद भारत ने दोनों देशों के बीच पहले 23-31 दिसंबर तक उड़ानों को निलंबित किया था। बाद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत-ब्रिटेन के बीच यात्री उड़ानों पर रोक को सात जनवरी तक बढ़ाने की सिफारिश की थी। पुरी ने ट्वीट कर कहा था कि ब्रिटेन से विमानों की आवाजाही पर लगी रोक को सात जनवरी तक बढ़ाने का फैसला किया गया है। उसके बाद सख्ती से साथ उड़ानों की बहाली होगी, जिसके लिए जल्द ही विवरण घोषित किए जाएंगे। इससे पहले दिन में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खरोला से उड़ानों पर रोक सात जनवरी तक बढ़ाने की सिफारिश की थी। उन्होंने इसके लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक की अध्यक्षता वाले संयुक्त निगरानी समूह और नेशनल टास्क फोर्स से मिली जानकारियों को आधार बनाया था। भूषण ने यह भी कहा था कि सात जनवरी के बाद दोनों देशों के बीच सख्त निगरानी के साथ कुछ ही उड़ानों को अनुमति दी जाए। मालूम हो कि अब तक ब्रिटेन से लौटे कई लोगों को कोरोना के नए स्वरूप (स्ट्रेन) से संक्रमित पाया गया है।