स्वदेश निर्मित इंटरसेप्टर नौका (Interceptor Boat) को भारतीय तटरक्षक बल ( Indian Coast Guard) के बेड़े में शामिल किया गया है। इस नौका से घुसपैठ तस्करी एवं अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पर अवैध मत्स्यिकी जैसी गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी।
सूरत जिले के हजीरा में मंगलवार को एक कार्यक्रम में स्वदेश निर्मित इंटरसेप्टर (शत्रु को पकड़ने वाली) नौका को भारतीय तटरक्षक बल ( Indian Coast Guard) के बेड़े में शामिल किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार इस सी-454 नामक इस नौका को लार्सन एंड टर्बों ने अपने हजीरा संयंत्र में तैयार किया है। अब इस नौका का परिचालन आईसीजी के कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर-पश्चिम) के नियंत्रण में होगा। मंगलवार को आईसीजी कमांडर (एनडब्ल्यू) महानिरीक्षक राकेश पाल और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में सूरत के पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने इसे आईसीजी के बेड़े में शामिल किया है। बता दें कि उथले पानी में 45 नॉट की गति करने में समर्थ यह नौका गश्ती बढ़ाएगी साथ ही ये घुसपैठ, तस्करी एवं अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पर अवैध मत्स्यिकी जैसी गतिविधियों को रोकने में भी समर्थ होगी। सूरत के पुलिस आयुक्त और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अजय तोमर ने कहा कि “आईसीजी हमारे देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि इस नाव की गुणवत्ता से तट रक्षक की ताकत भी बढ़ेगी। मुख्य अतिथि तोमर ने बताया कि इंटरसेप्टर नाव गुजरात की 1,600 किलोमीटर लंबी समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। महानिरीक्षक राकेश पाल ने कहा कि इंटरसेप्टर बोट में इंजन, नेविगेशन प्रणाली के मामले में अत्याधुनिक है।