भारतीय रिहाना का जन्म 1985 में पिराई गांव में हुआ जो छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पड़ता है !
भारतीय रिहाना को लगा माता पिता के स्वभाव की तरह दुनिया का भी स्वभाव खूबसूरत है. स्कूल गयी तो पता चला वह काली है. सेकंडरी स्कूल तक भारतीय रिहाना को भारतीय समाज ने समझा दिया वह सिर्फ काली नही, आदिवासी समाज से है जिन्हें नीच जाति और जंगली माना जाता है !
काफी कम उम्र में भारतीय रिहाना को उनके काले रंग की वजह से काफी भेदभव, मानसिक चोट और आलोचना झेलनी पड़ी ! भारतीय रिहाना तीन साल की थी. स्कूल में फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन था, कॉम्पटीशन में परी बनकर भाग लिया. स्टेज पर आते ही बच्चे चिल्लाने लगे काली परी आयी, काली परी आयी. दोष बच्चों का नही, उनके माँ बाप और समाज का जिसने काले रंग को अभिशाप बना दिया ! सोचिए एक तीन साल की बच्ची पर क्या गुजरी होगी, जब उसे काली परी कहकर उसका अपमान उड़ाया गया ?
काली शब्द जैसे भारतीय रिहाना से चिपक गया. टीनएज में भी उनके कानों में काली बिल्ली, काली कलौटी शब्दों की ध्वनि पड़ती रही. लेकिन भारतीय रिहाना ने हार नही मानी, ना आईना देखना छोड़ा और नही ही आईने के सामने सजना सवरना छोड़ा !
दिल्ली में बड़े मॉल में सेल्स स्टाफ के तौर पर काम करने लगीं. लोगों ने उन्हें नोटिस करना शुरू किया कि वह अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना की तरह दिखती हैं !
वह दौर 2010 का था रिहाना सुपरस्टार बन चुकी थी. पूरी दुनिया में उनका नाम हो चुका था. जिस लड़की को अबतक मैं भारतीय रिहाना नाम से संबोधित करते आ रहा हूँ, उसका असली नाम रेनी कुजूर है !
रेनी कुजूर ने रिहाना की फ़ोटो को देखा. बार बार देखा, सोचनी लगी जिस काले रंग से भारतीय समाज को नफरत है, यह कैसे मुमकिन है अमेरिका में काला रंग सुंदरता का प्रतीक है ?
रिहाना जैसी हूबहू दिखने वाली रेनी कुजूर इंस्टाग्राम पर रातों रात सनसनी बन गईं. इसका अर्थ है काले रंग से भी प्यार करने वाले करोड़ों लोग भारत में मौजूद हैं !
इसके बाद भारतीय रिहाना रेनी कुजूर ने पीछे मुड़कर नही देखा. आज वह भारत की प्रसिद्ध मॉडल हैं !
अंतिम पंक्ति : रेनी कुजूर जातीय और नस्लीय भेदभाव के खिलाफ चलने वाले मुहिम से जुड़ी हैं और उनका कहना है उनका सफर तब तक पूरा नही होगा जब तक उनकी मुलाकात अमेरिकी रिहाना से नही होती !