बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर बोलती रहती हैं। बहुत बार उन्हें अपनी बयानबाजी की वजह से मुश्किलों का भी सामना करना पड़ता है। कंगना रनोट भले की ट्विटर पर काफी सक्रिय रहती हों लेकिन वह उसके खिलाफ कई बार अपना गुस्सा जाहिर कर चुकी हैं। अब एक बार फिर से ट्विटर ने कंगना रनोट पर कार्रवाई की है।
दरअसल गुरुवार को ट्विटर ने कंगना रनोट के तीन ट्वीट्स को डिलीट कर दिया है। कुछ घंटे पहले कंगना रनोट ने किसान आंदोलन को लेकर ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। जिसे अब डिलीट कर दिया गया है। उनके यह ट्वीट्स नियमों का उल्लंघन करने के चलते डिलीट किए गए हैं। वहीं अभिनेत्री के ट्वीट्स डिलीट किए जाने पर ट्विटर इंडिया के प्रवक्ता ने प्रतिक्रिया दी है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘हमने उन ट्वीट्स पर कार्रवाई की है जो ट्विटर के प्रवर्तन नियमों की सीमा के अनुरूप ट्विटर नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। अब कंगना के उन ट्वीट्स पर “no longer available” दिखा रहे हैं।’ वहीं यह पहला मौका नहीं जब कंगना रनोट के ट्वीट्स को डिलीट किया गया है। ट्विटर अपने दिशा-निर्देशनों का हवाला देते हुए अभिनेत्री के कई बार ट्वीट्स डिलीट कर चुका है।
We have taken action on Tweets that were in violation of the Twitter Rules in line with our range of enforcement options: Twitter Spokesperson on tweets of actor Kangana Ranaut that are showing "no longer available" on her handle. pic.twitter.com/7szMriq701
— ANI (@ANI) February 4, 2021
गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली के आस-पास चल रहे किसान आंदोलन की गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनाई देने लगी है। एक मीडिया रिपोर्ट के बाद इंटरनेशनल पॉप सिंगर रिहाना ने इसको लेकर ट्विटर पर सवाल उठाया तो रिहाना के इस ट्वीट का बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट ने जवाब दिया।
कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर कुछ महीनों से देश में किसानों का आंदोलन चल रहा है। दिल्ली की सीमाओं पर किसान धरना-प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। इसको लेकर इंटरनेशनल सिंगर रिहाना मंगलवार रात एक ट्वीट किया। उन्होंने एक ख़बर को शेयर करते हुए लिखा- हम इसके बारे में बात क्यों नहीं कर रहे? इसके साथ उन्होंने Farmer’s Protest हैशटैग भी लिखा।
रिहाना के इस ट्वीट का कंगना रनोट ने जवाब दिया। उन्होंने लिखा- कोई इसके बारे में बात नहीं कर रहा, क्योंकि वे किसान नहीं, आतंकवादी हैं, जो भारत को बांटना चाहते हैं, ताकि चीन हमारे संवेदनशील टूटे हुए देश पर कब्ज़ा कर सके और अमेरिका की तरह इसे अपनी कॉलोनी बना सके। चुपचाप बैठो बेवकूफ, हम तुम जैसे नकली लोगों की तरह अपना देश नहीं बिकने देंगे।
बता दें, केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध किसान पिछले लगभग 2 महीनों से आंदोलन कर रहे हैं। किसानों ने 6 फरवरी को राष्ट्रीय और राज्य हाईवे को जाम करने की चेतावनी दी है। किसान दिल्ली के सिंघु, टीकरी और गाज़ीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों की भारी तादाद को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने तगड़ी व्यवस्था की है।