बिहार में कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expansion in Bihar) के लिए अब बस कल सोमवार (18 जनवरी) सुबह तक का इंतजार करें। यह कहना है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल (BJP State President Dr. Sanjay Jaiswal) का। सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के एक अणे मार्ग स्थित आवास पर डॉ जायसवाल और डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद (Deputy CM Tarkishore Prasad) और ने बंद कमरे में बातचीत की। बात करने के बाद सीएम आवास से बाहर निकले डॉ जायसवाल ने पत्रकारों से कहा कि कल सुबह तक तक का इंतजार कीजिए , सबकुछ पता चल जाएगा। पत्रकार लगातार उनसे कैबिनेट विस्तार को लेकर सवाल कर रहे थे। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि ये औपचारिक बातचीत थी। हमलोग सीएम नीतीश कुमार से मिलने आए थे। गपशप हुई। पत्रकारों ने जोर देकर पूछा तो कहा बस, सुबह तक का इंतजार कीजिए। सबकुछ साफ हो जाएगा।
बता दें कि खरमास के तुरंत बाद कैबिनेट विस्तार की चर्चा गरम थी। भाजपा- जदयू के रिश्ते में तनातनी के बीच खुद सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि पहले कैबिनेट विस्तार सरकार बनने के कुछ ही दिनों के अंदर हो जाती थी। इस बार भाजपा ने उन्हें अब तक कोई प्रस्ताव नहीं भेजा, सो कैबिनेट विस्तार में देर हो रही।
मंत्रिमंडल का हफ्ते भर में हो सकता है विस्तार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से रविवार को उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की मुलाकात के साथ ही राज्य सरकार के रुके कार्यों को रफ्तार मिलने की संभावना बढ़ गई है। माना जा रहा है कि एक हफ्ते के भीतर ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। उसके बाद राज्यपाल कोटे की विधान परिषद की खाली 12 सीटों पर मनोनयन का काम भी पूरा कर लिया जाएगा।
दोनों दलों में बनी सहमति
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने भी खरमास के बाद मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत दिए थे। ऐसे में प्रदेश भाजपा के दिग्गजों की मुख्यमंत्री से अचानक मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। मुलाकात के दौरान भाजपा नेताओं ने अपने हिस्से के संभावित मंत्रियों के नाम पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विमर्श किया है। माना जा रहा है कि राज्यपाल कोटे की खाली सीटों पर भी दोनों दलों में सहमति बन गई है।
नामांकन में सीएम से मौजूद रहने का आग्रह
मुख्यमंत्री से मिलकर लौटने के क्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बताया कि सुशील मोदी के राज्यसभा जाने और विनोद नारायण झा के विधायक बनने से विधान परिषद की जिन दो सीटों के लिए भाजपा ने अपने प्रत्याशी तय किए हैं, उनके नामांकन में सीएम भी मौजूद रहें, इसी सिलसिले में बात करने भाजपा नेता मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे।
पहले से फार्मूला तय का दावा
बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर यह पेच फंसा हुआ था कि भाजपा की ओर से कोई सूची ही नहीं उपलब्ध कराई जा रही थी। खुद मुख्यमंत्री ने यह बात पिछले दिनों मीडिया से बातचीत के क्रम में कही थी। वही जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा था कि फार्मूला पहले से तय है कि जदयू और भाजपा कोटे से कितने मंत्री बनेंगे और कौन-कौन विभाग उन्हें मिलने हैं। जिन दलों के मंत्रियों के पास अलग-अलग विभागों का अतिरिक्त प्रभार है वह विभाग उस दल को मिल जाएंगे।