मां ने पढ़ने के लिए डांटा तो एक किशोरी लोहरदगा-रांची पैसेंजर ट्रेन पर सवार हो कर रांची आ गई। प्लेटफार्म नंबर एक पर निराश बैठी इस किशोरी को आरपीएफ की मेरी सहेली टीम ने उससे पूछताछ की और ये जानकारी होने पर की किशोरी घर से भाग कर आई है, परिजनों को सूचित कर किशोरी को उनके सुपुर्द कर दिया। बताते हैं कि आरपीएफ की मेरी सहेली टीम की महिला सिपाही प्लेटफार्म नंबर एक पर गश्त कर रही थीं। तभी उन्हें एक किशोरी नजर आई।
उससे पूछने पर वो कुछ भी बताने से आनाकानी कर रही थी। वो यह नहीं बता पाई कि उसे रांची में कहां जाना है। इसके बाद किशोरी से गहन पूछताछ की गई। तब पता चला कि किशोरी घर से भाग कर आई है। इसके बाद किशोरी से उसके घर का मोबाइल नंबर लिया गया। बाद में किशोरी के परिजनों को इसकी सूचना दी गई और उनके आने पर किशोरी को उनके सुपुर्द कर दिया गया।