सेब का टेस्ट तो अच्छा होता ही है. यह साथ ही सेब की एक खासियत भी होती है. खासियत ये कि सेब पानी में नहीं डूबता. क्यों नहीं डूबता सेब पानी में क्या है इसके पीछे कारण?
खाने के लिए मार्केट में बहुत सारे फल मौजूद हैं. जिम तरह-तरह के फल होते हैं. जैसे आम जिसे फलों का राजा कहा जाता है. संतरा, पाइनएप्पल, अंगूर, गुआवा, वाटरमेलन इसके अलावा भी और भी कई फल है. जिनकी अलग-अलग खासियत होती है. इन्हीं में है एक सेब जो लोगों को बेहद पसंद होता है. सेब बाकी फलों से थोड़ा महंगा भी होता है. सेब का साइंटिफिक नाम है मालुस. इंग्लिश में इसे एप्पल कहते हैं. सेब का टेस्ट तो अच्छा होता ही है. यह साथ ही सेब की एक खासियत भी होती है. खासियत ये कि सेब पानी में नहीं डूबता. क्यों नहीं डूबता सेब पानी में क्या है इसके पीछे कारण चलिए जानते हैं.
सेब नहीं डूबता पानी में
अगर आप बाकी फलों को लेंगे जैसे आम, संतरा, केला, तरबूज, अनार और इन्हें पानी में डालेंगे. तो यह सभी फल पानी में डूब जाएंगे और पानी की सतह तक पहुंच जाएंगे. लेकिन वहीं आप सेब को पानी में डालेंगे तो सेब पानी में डूबेगा नहीं. बल्कि यह पानी में तैरने लगेगा. दरअसल इसके पीछे होता है फिजिक्स. आर्किमिडीज के सिद्धांत के अनुसार जिन चीजों की डेंसिटी पानी की डेंसिटी से ज्यादा होती है.
वह चीज पानी में डूब जाती हैं लेकिन जिन चीजों की डेंसिटी पानी की डेंसिटी से कम होती है वह पानी पर तैरती रहती हैं. डेंसिटी इस बात पर निर्धारित होती है कि कोई चीज बनी है तो उसके अंदर जो पार्टिकल है. वह एक दूसरे से किस तरह जुड़े हुए हैं अगर वह पास-पास करीब जुड़े हैं तो डेंसिटी ज्यादा होगी अगर वह दूर-दूर है तो डेंसिटी कम होगी.
सब में होती है 25% हवा
सब का पानी पर तैरने के पीछे यह भी बड़ा कारण है. कि उसके अंदर 25% हवा होती है यानी उसका एक चौथाई हिस्सा. और इसी के चलते उसकी डेंसिटी कम होती है. इसके साथ ही सेब की जो अपर लेयर होती है. वह मोमी कोटिंग की होती है. उस वजह से भी सेब पानी पर तैर पाता है. बता दें कि सिर्फ सेब ही नहीं बल्कि केला भी पानी पर तैरता है. केला की भी डेंसिटी पानी की डेंसिटी से कम होती है.