गुजरात के केवाडिया में बुधवार को आयोजित 80वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी कॉन्फ्रेंस (AIPO) का आयोजन किया गया। इस कॉन्फ्रेंस को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘आज जब लोकतांत्रिक संस्थानों पर दुनिया भर में सवाल उठ रहे हैं तब भारतीय संस्थानों को मजबूती मिल रही है। हमारे प्राचीन पुस्तकों में लोकतंत्र की नैतिकताओं का वर्णन है जिसे हमारे पूर्वजों ने संविधान में शामिल किया।’
इससे पहले कॉन्फ्रेंस को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने का सम्मान मुझे दिया गया। यह भूमि सरदार वल्लभ भाई पटेल की है जिन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी। इस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत वर्ष 1921 में हुई थी। उन्होंने कहा, ‘हमारा मकसद जनता के हितों का संरक्षण करना है। अपनी-अपनी संस्थाओं के माध्यम से काम करने के लिए हमारे पास काफी शक्तियां उपलब्ध है। आइए इस अवसर पर हम सब नई ऊर्जा के साथ राष्ट्र निर्माण का संकल्प लें।’
राष्ट्रपति ने किया उद्घाटन
संविधान दिवस के उत्सव और पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के शताब्दी वर्ष को दृष्टिगत रखते हुए इस बार 80वें सम्मेलन का आयोजन 25 व 26 नवम्बर गुजरात के केवाडिया में की गई है। इस कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने किया। इसमें राज्यसभा के उपसभापति तथा माननीय उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी मौजूद हैं। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित अनेक दिग्गज इसमे शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि इस कॉन्फ्रेंस के लिए देश की सभी विधानसभाओं और विधान परिषदों के पीठासीन अधिकारियों को आमंत्रित किया गया। इसके बाद 27 विधानसभाओं व विधान परिषदों के पीठासीन अधिकारियों की ओर से सम्मेलन में शामिल होने की पुष्टि भी की गई थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सेानिया गांधी के बेहद करीबी नेता अहमद पटेल का निधन होने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पटेल एक माह से कोरोना पॉजिटिव थे। ये झटका ऐसे समय में लगा है जब पार्टी के अंदर घमासान मचा हुआ है। ऐसे ही घमासान से पार्टी को निकालने के लिए अहमद पटेल हमेशा ही सक्रिय भूमिका में रहते थे। पटेल 2001 से सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे। वर्ष 2004 और 2009 में हुए चुनाव में पार्टी को मिली जीत का श्रेय भी पटेल को ही दिया जाता है। See more…