कैसा होगा तबाही का मंजर, जब धरती से टकराएगा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय

चक्रवात बिपरजॉय थोड़ा कमजोर होना शुरू हो गया है. इसका लैंडफॉल शुरू हो चुका है. अब इसके व्यापक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं. चारों तरफ़ सिर्फ कीचड़ ही कीचड़ और तबाही का मंजर देखने को मिल सकता है. इस चक्रवाती तूफ़ान के पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से बमुश्किल 70 किमी दक्षिण पूर्व में गुजरात में जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल हुआ.

मौसम विभाग के नवीनतम बुलेटिन में कहा गया है कि लैंडफॉल की प्रक्रिया शाम से लेकर लगभग आधी रात तक कई घंटों तक जारी रहने की संभावना है. बिपरजॉय तूफ़ान बुधवार से ही कमजोर होना शुरू हो गया था. यह ” अति बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” से “बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” में बदल गया है. बुधवार की सुबह इस चक्रवात से जुड़ी हवाएं 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थीं, जो 150 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार तक पहुंचने की क्षमता रखते थे. वहीं, शाम तक हवाओं की गति कम होकर 120-130 किमी प्रति घंटा हो गई थी. 

लैंडफॉल से हवा की गति कुछ और कम होने की उम्मीद है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि तट से टकराने के बाद, चक्रवात के बहुत जल्दी समाप्त हो सकता है. शुक्रवार तक, चक्रवात लगभग पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा. अक्सर चक्रवातों के साथ ऐसा होता है जब वे टकराने के बाद समाप्त हो जाते हैं. लेकिन इस समय के दौरान, इससे गुजरात के तटीय जिलों में बहुत अधिक नुकसान होने की आशंका है, जिसके कई हिस्सों में पहले से ही तूफ़ान और बारिश शुरू हो चुकी है. 

आईएमडी (IMD) ने चेतावनी दी है कि कुछ स्थानों पर तूफान की लहरें 3 से 6 मीटर तक ऊंची जा सकती हैं. तट के किनारे के मिट्टी और फूस के घरों के पूरी तरह से नष्ट होने की संभावना जताई जा रही है, जबकि स्थायी कंक्रीट संरचनाओं (पक्के भवनों) के भी क्षतिग्रस्त होने की संभावना है. बिजली और संचार लाइनें भी टूट सकती हैं.

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