विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) को पेश किए गए अपने रिपोर्ट में एक बार फिर उत्तर कोरिया ने बताया है कि वहां अब तक कोविड-19 का एक भी मामला नहीं आया है और उसका रिकॉर्ड कायम है।
उत्तर कोरिया ने दावा किया है कि उसकी सीमा में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण की घुसपैठ नहीं हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) को पेश किए गए अपने रिपोर्ट में एक बार फिर उत्तर कोरिया ने बताया है कि वहां अब तक कोविड-19 का एक भी मामला नहीं आया है और उसका रिकॉर्ड कायम है। बता दें कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत को एक साल से अधिक समय बीत चुका है और अब तक उत्तर कोरिया ने अपने प्रयासों के बदौलत घातक वायरस से दूरी बरकरार रखा है। इस क्रम में इसने अपनी सीमाओं को बंद कर दिया, पर्यटकों पर रोक लगा दी साथ ही राजनयिकों को बाहर कर दिया।
इसके अलावा सीमा पार ट्रैफिक को लगभग बंद कर दिया और महामारी के लक्षण दिखते ही हजारों लोगों को क्वारंटाइन कर दिया लेकिन इसके बाद भी उत्तर कोरिया का कहना है कि उसके देश में कोविड-19 का एक भी मामला सामने नहीं आया। उत्तर कोरिया ने कोरोनावायरस से देश को बचाने के अपने प्रयास को ‘राष्ट्र के अस्तित्व का सवाल’ करार दिया था।
उत्तर कोरिया के इस दावे पर भरोसा करना मुश्किल है क्योंकि उत्तर कोरिया की स्वास्थ्य व्यवस्था अच्छी स्थिति में नहीं है और देश का कारोबार भी संक्रमण से प्रभावित चीन के साथ है और यह कारोबार उसकी अर्थव्यवस्था के लिए जीवन रेखा के समान है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के उत्तर कोरिया के प्रतिनिधि एडविल सल्वाडोर ने बुधवार को बताया कि उत्तर कोरिया ने कहा है कि उसने महामारी की शुरुआत से एक अप्रैल तक 23,121 लोगों की जांच की है, लेकिन इनमें से कोई भी संक्रमित नहीं पाया गया। सल्वाडोर ने कहा कि उत्तर कोरिया ने 26 मार्च से एक अप्रैल के बीच 732 लोगों की जांच की।
WHO के अधिकारियों ने बताया कि उत्तर कोरिया में क्वारंटाइन किए गए लोगों की संख्या अब एजेंसी के साथ साझा नहीं कर रहा है। उत्तर कोरिया ने मंगलवार को कहा था कि वह कोरोना वायरस से अपने खिलाड़ियों की रक्षा करने के लिए टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा नहीं लेगा।