केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ पहुंच गए हैं। वे सुकमा-बीजापुर सीमा पर नक्सलियों के साथ हुई सुरक्षाकर्मियों की मुठभेड़ वाली जगह भी जाएंगे। साथ ही शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। शाह अस्पताल में घायल जवानों से भी मिलेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ पहुंच गए हैं। अमित शाह जगदलपुर पहुंचे हैं, जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें रिसीव किया। जानकारी के अनुसार, शाह सुकमा-बीजापुर सीमा पर नक्सलियों के साथ हुई सुरक्षाकर्मियों की मुठभेड़ वाली जगह भी जाएंगे। साथ ही शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। शाह अस्पताल में घायल जवानों से भी मिलेंगे। बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर नक्सल हमले में शनिवार को कम से कम 22 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी।
-सरकारी सूत्रों के मुताबिक, ‘छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में शहीद हुए 14 जवानों के लिए पुष्पांजलि समारोह में भाग लेने के बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जगदलपुर में शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और बाद में घायल जवानों से मुलाकात करेंगे और सीआरपीएफ शिविर का दौरा करेंगे।’
-छत्तीसगढ़: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले में जान गंवाने वाले 14 सुरक्षाकर्मियों को जगदलपुर में श्रद्धांजलि दी।
#WATCH छत्तीसगढ़: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले में जान गंवाने वाले 14 सुरक्षाकर्मियों को जगदलपुर में श्रद्धांजलि दी। pic.twitter.com/zjmrUQlxUy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 5, 2021
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप ने बताया था, ‘छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर में नक्सली हमले में 22 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई है।’ छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया कि शनिवार को बीजापुर में हुई मुठभेड़ में लगभग 31 घायल हो गए थे।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक कुलदीप सिंह, जो नक्सल हमले के बाद स्थिति पर नजर रखने के लिए छत्तीसगढ़ में हैं, ने रविवार को कहा कि ऑपरेशन में बिल्कुल भी खुफिया या परिचालन विफलता नहीं थी। सिंह ने बताया कि लगभग 25-30 नक्सलियों को भी मार दिया गया, हालांकि सटीक संख्या का पता नहीं चल पाया है।
डीजी सीआरपीएफ ने एएनआइ को बताया, ‘यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि किसी तरह की खुफिया जानकारी या ऑपरेशनल विफलता थी। अगर यह कुछ खुफिया विफलता थी, तो ऑपरेशन के लिए सेना नहीं जाती। और अगर कुछ ऑपरेशनल फेल हो जाता तो इतने नक्सली मारे नहीं जाते।’
मुठभेड़ में नक्सलियों के हताहत होने पर डीजी ने कहा, ‘तीन ट्रैक्टरों का उपयोग नक्सलियों द्वारा घायल और मृतकों के शवों को साइट से ले जाने के लिए किया गया था। अभी यह कहना कठिन है कि ऑपरेशन में मारे गए नक्सलियों की सही संख्या क्या है, लेकिन यह 25-30 से कम नहीं होगी।’