एनसीपी के शरद पवार, द्रमुक के टीआर बालू और सीपीआई-एम के सीताराम येचुरी समेत आठ विपक्षी दलों के नेताओं ने हरियाणा, पंजाब और दूसरे राज्यों से आए किसानों के आंदोलन के पक्ष में आवाज बुलंद की है। इन दिग्गज सियासी हस्तियों ने संयुक्त बयान जारी कर केंद्र सरकार के रवैये की आलोचना की है। विपक्ष ने किसानों को निरंकारी समागम मैदान की बजाय रामलीला ग्राउंड में जाने की इजाजत देने की मांग की है ताकि वे अपना आंदोलन कर सकें।
जारी बयान में कहा गया है कि किसान कृषि विरोधी कानूनों का विरोध कर रहे हैं। किसान जब अपना विरोध जतलाने के लिए दिल्ली आना चाहते हैं तो उनके रास्ते में गड्ढे खोद दिए जाते हैं। यही नहीं पुलिस किसानों पर वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले दागती है। अब जब अन्नदाता किसान तमाम जुल्म ज्यादतियों को बर्दाश्त करते हुए दिल्ली पहुंच गए हैं तो उनको आंदोलन के लिए छोटी जगह दी जा रही है। हमारी मांग है कि किसानों को रामलीला मैदान या उस जैसा बड़ा ग्राउंड दिया जाए।