Quad Meet 2020: अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया आसियान के नेतृत्व में क्षेत्रीय इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत समर्थन देने पर सहमत

वाशिंगटन, एजेंसियां। मंगलवार को जापान के टोक्यो में क्वाड देशों की बैठक चल रही है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी इस सिलसिले में आज वहां पहुंचे हैं। इस दौरान उनकी जापान के पीएम योशिहिदे सुगा (Yoshihide Suga) से भी मुलाकात हुई। उन्होंने बताया कि जापान के प्रधानमंत्री समेत चारों क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात हुई। इस दौरान हमने विशेष साझेदारी के द्विपक्षीय और वैश्विक आयामों पर चर्चा की।

वहीं इससे पहले जयशंकर ने यहां अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो से मुलाकात की थी। दोनों नेता क्वाड देशों की बैठक में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे हैं। मुलाकात को लेकर भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच प्रगति से खुश हूं और भारत-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि के लिए हम मिलकर काम करेंगे। क्वॉड मीटिंग के बारे में अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रधान प्रवक्ता केल ब्राउन ने कहा कि बैठक में भाग लेने वालों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हालिया रणनीतिक घटनाओं की समीक्षा की। बैठक में समुद्री सुरक्षा, साइबर सिक्यॉरिटी, क्वॉलिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर, काउंटर टेररिज्म और अन्य क्षेत्रों में क्वॉड देशों के बीच सहयोग पर भी चर्चा हुई। अमेरिका, भारत, जापान, और ऑस्ट्रेलिया हिंद प्रशांत के क्षेत्र में आसियान की केंद्रीयता, उसकी संप्रभुता और आसियान के नेतृत्व में क्षेत्रीय इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत समर्थन देने पर सहमत हुए। जापान, ऑस्ट्रेलिया, यूएस और भारत चारों क्वाड देशों के विदेश मंत्री टोक्यो पहुंच गए हैं। बता दें कि चीन द्वारा सीमा पर घुसपैठ कर भारत में प्रवेश की कोशिश के बाद दोनों देशों के बीच उपजे तनाव के बाद यह क्वाड देंशों की पहली बैठक है। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार पोंपियो अपने इस दौरे के दौरान जापान के नए प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा (Yoshihide Suga) और विदेश मंत्री तोशीमित्सु मोतेगी (Toshimitsu Motegi) से भी मुलाकात करेंगे।

टोक्यो में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि चार देशों के विदेश मंत्री COVID-19 के कारण भारत-प्रशांत क्षेत्र में उपजी चुनौतियों, सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों और एक नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली को कायम रखने के महत्व पर चर्चा करेंगे। ये नेता कोविड-19 के बाद की वैश्विक व्यवस्था और महामारी से उत्पन्न विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने की जरूरत पर बातचीत करेंगे। वे क्षेत्रीय मुद्दों और स्वतंत्र, खुला और समावेशी हिंद-प्रशांत बनाए रखने की जरूरत पर भी चर्चा करेंगे। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया था कि जयशंकर ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।