असम बिहार और पश्चिम बंगाल में भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के तगड़ झटकों से लोग डरकर घरों से बाहर निकल आए। मौसम विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र सिक्किम-नेपाल बॉर्डर बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.4 मापी गई।
बिहार, बंगाल, असम और सिक्किम में सोमवार की रात आठ बजकर 49 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारत-भूटान की सीमा पर सिक्किम के समीप भूकंप का केंद्र था। नेशनल सेंटर फार सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.4 मापी गई। इसके केंद्र की गहराई 10 किलोमीटर थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फोन कर भूकंप के झटकों के बाद राज्य में स्थिति की जानकारी ली। पीएम ने असम और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों से भी बात की।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम को बताया कि आपदा विभाग के अधिकारियों को अलर्ट किया गया। वहीं, बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने सिलिगुड़ी का दौरा कर रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से फोन पर कुशलक्षेम जानी। भूकंप के झटके गंगटोक सहित सिक्किम के अन्य शहरों में भी महसूस किए गए। बंगाल के दार्जिलिंग, धूपगुड़ी, सिलिगुड़ी और कूचबिहार में धरती के हिलते ही लोग घरों से बाहर निकल पड़े।
पड़ोसी देशों नेपाल, भूटान और बांग्लादेश के कुछ शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। खबरों के अनुसार, भूकंप का असर चीन तक महसूस किया गया। बिहार में पटना, पूर्णिया, भागलपुर अररिया और किशनगंज समेत कई शहरों में ये झटके महसूस किए गए हैं। करीब 8.49 मिनट पर आए भूकंप के तगड़े झटकों के चलते लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गए।
फिलहाल इस भूकंप से कहीं भी जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं है। मालूम हो कि बीते 15 फरवरी को ही बिहार में भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए थे। 3.5 की तीव्रता के आए इस भूकंप का केंद्र नालंदा से 20 किलोमीटर उत्तर-पश्चिमी में मौजूद था।
मालूम हो कि भूकंप के खतरे के लिहाज से देश को चार हिस्सों में बांटा गया है। इनमें जोन-2, जोन-3, जोन-4 तथा जोन 5 शामिल है। भूकंप के लिहाज से सबसे कम खतरे वाला हिस्सा जोन-2 माना जाता है जबकि सबसे ज्यादा खतरे वाले इलाके जोन-5 के माने जाते हैं।
देश में नार्थ-ईस्ट के सभी राज्य, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्से जोन-5 में जबकि उत्तराखंड के कम ऊंचाई वाले इलाकों से लेकर उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जोन-4 के अंतरगत आते हैं। दक्षिण के ज्यादातर हिस्से सीमित खतरे वाले जोन-2 में आते हैं।
आज ही न्यूजीलैंड में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक ये झटके उत्तरी द्वीप के पूर्वी तट पर महसूस किए गए। न्यूजीलैंड में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 मापी गई। बताया जाता है कि भूकंप के इन तेज झटकों के बाद लोगों में दहशत का माहौल देखा गया। न्यूजीलैंड में पिछले महीने 8.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप के बाद इलाके में सुनामी का अलर्ट भी जारी किया गया था।