झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर भाजपा के कटाक्ष पर कहा कि राज्य में विपक्ष पूरी तरह हतोत्साहित है। सत्ता जाने के बाद से विपक्ष के विधायकों की आंखों के सामने अंधेरा छा गया है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर भाजपा के कटाक्ष का जवाब दिया। सदन समाप्त होने के बाद उन्होंने कहा कि राज्य में विपक्ष पूरी तरह हतोत्साहित है। सत्ता जाने के बाद से विपक्ष के विधायकों की आंखों के सामने अंधेरा छा गया है। उन्हें यह समझ में ही नहीं आ रहा है कि करें तो क्या करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने जो कार्य धरातल पर उतारे हैं, राज्यपाल ने उसी को पढ़ा है।
यह कोरोना काल के दौरान किए गए काम का छोटा सा हिस्सा है। आने वाले समय में पता नहीं विपक्ष का क्या हाल होगा। संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने राज्यपाल के अभिभाषण को विपक्ष के आरोप के उलट हकीकत का दस्तावेज बताया। उन्होंने कहा है कि ग्रामीण विकास विभाग में जो कार्य हुए, उसे झुठलाया नहीं जा सकता है। चाहे वह मनरेगा के तहत कार्य दिवस की बात हो या प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की, हर क्षेत्र में काम हुआ है।
सरकार कितना झूठ बोल सकती है, इसकी पराकाष्ठा अभिभाषण में देखने को मिली है। अनलिमिटेड झूठ का पुलिंदा महामहिम से सरकार ने पढ़ा दिया। सरकार ने अभिभाषण में जितना झूठ परोसा है, हर एक झूठ का पोस्टमार्टम इसी विधानसभा के पटल पर जनता के सामने करेंगे। अमर कुमार बाउरी, पूर्वमंत्री
विकास के क्षेत्र में कोई काम सरकार ने नहीं किया है। सरकार ने जनता को सिर्फ ठगने का काम किया है। महामहिम के माध्यम से सरकार ने झूठ का पुलिंदा पढ़वा दिया। हमने सदर में मौन रहकर सरकार का आज विरोध किया। नीलकंठ सिंह मुंडा, पूर्वमंत्री
राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार के कामों का प्रतिबिंब होता है। सरकार ने कोरोना काल में मजदूरों और छात्रों को लाने का काम किया, जिसका अनुसरण पूरे देश ने किया। 20 सालों में जिस जेपीएससी की नियुक्ति नियमावली तैयार नहीं हो सकी थी, उसको बनाने का काम इसी सरकार ने किया है। मनरेगा मजदूरी भी इन्होंने बढ़ाने का काम किया। विपक्ष अगर सहमत हो जाएगी तो उन्हें भी दिक्कत हो जाएगा प्रदीप यादव, विधायक
अभिभाषण में सरकार की जिन उपलब्धियों को बताया गया वो मिसाल है। उपलब्धि जो गिनाई गई है वो सारा काम सरकार ने किया है। एक भी ऐसी चीजें नहीं हुई, जो की नहीं गई है। सरकार नियुक्ति करने की दिशा में बढ़ चुकी है। जल्द ही नियुक्तियां होगी। श्रम विभाग के तहत राज्य के युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षण देकर बड़ी कंपनियों में रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। सत्यानंद भोक्ता, मंत्री
अभिभाषण में कुछ भी नहीं था। अभिभाषण में सरकार का विजन दिखता है, इसमें कुछ भी ऐसा नहीं दिखा। हमने सीएम को पत्र लिखकर कहा कि आंदोलनकारियों के परिजनों को तृतीय और चतुर्थ वर्ग में काम मिले तो इस बात का ध्यान रखा जाए कि वे सरकार के अधिकारी उनसे चाय के प्याले नहीं उठवाए जाएं। आंदोलनकारियों के परिजनों के सम्मान का ख्याल रखा जाए। सुदेश महतो, विधायक