हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। आज 29 दिसंबर दिन मंगलवार है। इस साल के आखिरी माह दिसंबर में दत्तात्रेय जयंती और मार्गशीर्ष पूर्णिमा जैसे व्रत एवं त्योहार आाने वाले हैं। आइए जानते हैं कि ये किन दिन और किस तारीख को पड़ेंगे।
दिसंबर के व्रत एवं त्योहार
29 दिसंबर, दिन: मंगलवार: दत्तात्रेय जयंती
दत्तात्रेय जयंती 2020: इस वर्ष दत्तात्रेय जयंती 29 दिसंबर दिन मंगलवार को है। दत्तात्रेय जयंती को दत्त जयंती भी कहते हैं। भगवान दत्तात्रेय को भगवान शिव, ब्रह्मा और विष्णु तीनों की प्रतिरूप माना जाता है। वे तीनों के अवतार माने जाते हैं।
30 दिसंबर, दिन: बुधवार: मार्गशीर्ष पूर्णिमा
मार्गशीर्ष पूर्णिमा 2020: इस वर्ष मार्गशीर्ष पूर्णिमा 30 दिसंबर दिन बुधवार को है। इस दिन व्रत रखने तथा दान, पुण्य आदि का महत्व होता है। पूर्णिमा तिथि का प्रारम्भ 29 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 54 मिनट से हो रहा है, जो 30 दिसंबर को सुबह 08 बजकर 57 मिनट तक है।
जो बीत गया
22 दिसंबर, दिन: मंगलवार, मासिक दुर्गाष्टमी
मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष अष्टमी की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 21 दिसंबर को शाम 04 बजकर 14 मिनट पर हो रहा है। यह तिथि 22 दिसंबर को शाम 06 बजकर 14 मिनट तक रहेगी। ऐसे में मासिक दुर्गाष्टमी 22 दिसंबर दिन मंगलवार को है। इस दिन आदिशक्ति मां दुर्गा की आराधना की जाती है।
25 दिसंबर, दिन: शुक्रवार: मोक्षदा एकादशी, गीता जयंती, क्रिसमस
मोक्षदा एकादशी 2020: इस वर्ष मोक्षदा एकादशी 25 दिसंबर दिन शुक्रवार को है। मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की आराधना करने से व्यक्ति को लोभ, मोह, माया आदि से मुक्ति मिलती है। उसे अंत समय में मोक्ष की भी प्राप्ति होती है।
गीता जयंती 2020: मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण ने संसार को गीता का उपदेश दिया था। इस वजह से इस तिथि को गीता जयंती के रूप में मनाते हैं। इस वर्ष गीता जयंती 25 दिसंबर को मनाया जाएगा।
क्रिसमस 2020: इस साल क्रिसमस का त्योहार शुक्रवार के दिन 25 दिसंबर को है। इस दिन ईसाई समुदाय के लोग गिरजाघरों में ईसा मसीह के समक्ष प्रार्थना करते हैं, एक दूसरे को उपहार देते हैं और केक खिलाते हैं। हर्षोल्लास के साथ ईसा मसीह का जन्मदिन मनाया जाता है।
27 दिसंबर, दिन: रविवार: प्रदोष व्रत, शुक्ल पक्ष
प्रदोष व्रत 2020: इस वर्ष 2020 का अंतिम प्रदोष व्रत 27 दिसंबर दिन रविवार को है। इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव की विधि विधान से पूजा की जाती है। प्रदोष के दिन शिव परिवार की पूजा करना कल्याणकारी होता है।
28 दिसंबर: पापमोचन चतुर्दशी 2020
हिन्दी पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को पिशाचमोचन चतुर्दशी होती है। आज 28 दिसंबर को पिशाचमोचन चतुर्दशी के दिन उन पितरों के लिए तर्पण और पिंडदान किया जाता है, जो पिशाच योनी में गए हैं। आज के दिन तर्पण और श्राद्ध कर्म से उनको पिशाच योनि से मुक्ति मिलती है।
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