केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के लिए आज तारीखों का एलान हो सकता है। शाम को चुनाव आयोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस दौरान पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, पुडुचेरी और केरल विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो सकती है। पुडुचेरी की राजनीति में पिछले दिनों काफी उथल-पुथल देखने को मिली। कांग्रेस की सरकार बहुमत साबित न कर पाने के कारण गिर गई और अब वहां राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।
2016 के चुनाव ये भी स्थिति
2016 के चुनाव में कांग्रेस 15 सीटों पर जीती थी और डीएमके साथ मिलकर सत्ता में आई थी। वहीं, मुख्य विपक्षी दल एआईएनआरसी 8 सीटें ही जीत पाई थी। कांग्रेस और डीएमके गठबंधन सरकार के कई विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। इसलिए सदन में वी. नारायणसामी के नेतृत्व वाली इस सरकार का संख्या बल 11 रह गया था। वहीं, विपक्ष के पास 14 विधायक थे।
पुडुचेरी में 30 सीटों पर चुनाव, 3 सदस्यों को नामि करने का प्रविधान
पुडुचेरी में 30 सीटों पर विधानसभा चुनाव होता है। यहां विधानसभा के तीन सदस्य नामित होते हैं। तीन सदस्यों को नामित करने का प्रविधान 1963 में किया गया था। हालांकि, इसका इस्तेमाल 1985 में एमओएच फारूक की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पहली बार किया गया था। तब से ये लगातार जारी है।
अभी लगा है राष्ट्रपति शासन
पुडुचेरी में कांग्रेस सरकार के गिर जाने के बाद किसी पार्टी ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया। ऐसे में केंद्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश पर राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है। राष्ट्रपति भवन से जारी अधिसूचना में कहा गया कि केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की प्रशासक से 22 फरवरी को मिली रिपोर्ट के बाद यह फैसला किया गया। राष्ट्रपति ने केंद्र शासित प्रदेश की सरकार अधिनियम, 1963 (1963 का 20) के विभिन्न प्रावधानों को भी निलंबित कर दिया।