अमेरिका में जो बाइडन प्रशासन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक और फैसले को पलट दिया है। शरणार्थियों के लिए नीति में बदलाव से मैक्सिको में लंबे समय से इंतजार कर रहे लोगों को बड़ी राहत मिली है। नई नीति के तहत नीति के तहत शनिवार को शरणार्थियों के एक जत्थे को अमेरिका में दाखिल होने की अनुमति दी गयी।
अमेरिका में शरण लेने के लिए मैक्सिको में इमतजार कर रहे लगभग 25,000 लोगों में से सबसे पहले 25 लोगों को बाइडन प्रशासन ने दाखिल होने की अनुमति दी है। दरअसल इन लोगों को अदालत में लंबित पड़े मामलों की सुनवाई के लिए अमेरिका आने की अनुमति दी गई है। अमेरिकी अधिकारियों ने लोगों से सबसे पहले शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायोग की वेबसाइट पर पंजीकृत कराने को कहा है, जिसे सप्ताह की शुरुआत में शुरू किया गया था।
कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए इन सभी लोगों को सेन डिएगो के होटलों में क्वारंटाइन किया गया है। क्वारंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद ही ये लोग अमेरिका में अपने रिश्तेदारों या अन्य जगहों पर जा सकेंगे। वहीं, तिजुआना सीमा पर करीब 100 लोग शुक्रवार को जमा हो गए और उन्होंने अमेरिका में दाखिल होने देने का अनुरोध किया। अधिकारियों का कहना है कि अदालत के फैसले के बाद ही उन्हें आने की इजाजत दी जाएगी।
सेन डिएगो के यहूदी परिवार सेवा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी माइकल हॉपकिंस का कहना है कि मैक्सिको में इंतजार करने को मजबूर लोगों को अमेरिका एक दिन में सिर्फ 25 लोगों को आने की अनुमति दे रहा है, जबकि 300 लोगों को अनिमति दे सकता है। हॉपकिंस ने कहा कि मुझे यह नहीं पता की वह एक दिन में 25 के लक्ष्य को कब बदलेंगे।