आज के दिन गणपति बप्पा की पूजा की जाती है। बुधवार का दिन गणेश जी को समर्पित होता है। गणेश भक्त बुधवार को व्रत करते हैं। साथ ही साथ गणपति बप्पा की विशेष पूजा-अर्चना भी करते हैं।
आज के दिन गणपति बप्पा की पूजा की जाती है। बुधवार का दिन गणेश जी को समर्पित होता है। गणेश भक्त बुधवार को व्रत करते हैं। साथ ही साथ गणपति बप्पा की विशेष पूजा-अर्चना भी करते हैं। इस दिन अगर पूरे विधि-विधान के साथ गणेश जी की पूजा की जाए तो व्यक्ति के जीवन से दुखों और संकटों का नाश हो जाता है। गणेश जी की पूजा करते समय उनकी आरती और चालीसा का पाठ तो किया ही जाता है। लेकिन अगर इस दौरान गणेश जी के कुछ चमत्कारिक मंत्रों का भी जा किया जाए व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती हैं। तो आइए पढ़ते हैं गणेश जी के ये मंत्र-
गणेश कुबेर मंत्र:
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
कई लोग कर्जे से परेशान होते हैं। अगर आपके जीवन में आर्थिक परेशानियां बहुत बढ़ गई हैं तो आप उपरोक्त मंत्र का जाप कर सकते हैं। मान्यता है कि अगर इस मंत्र का जाप निरंतर किया जाए तो व्यक्ति का व्यक्ति का कर्जा चुकना शुरू हो जाता है। इसके अलावा कर्जा खत्म हो जाता है और धन के नए स्त्रोत भी बनते हैं।
गणेश गायत्री मंत्र:
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
यह मंत्र बेहद प्रभावशाली है। यह गणेश गायत्री मंत्र है। इस मंत्र को हर रोज 108 बार जपना चाहिए। सच्चे मन से इस मंत्र का उच्चारण करने से गणेश जी प्रसन्न हो जाते हैं। साथ ही यह भी मान्यता है कि गणेश गायत्री मंत्र का जाप अगर लगातार 11 दिन तक किया जाए तो व्यक्ति के पूर्व कर्मों का बुरा फल भी समाप्त हो जाता है।
तांत्रिक गणेश मंत्र:
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋदि्ध पति, सिदि्ध पति। मेरे कर दूर क्लेश।।
इस मंत्र का जाप हर रोज अगर 108 बार किया जाए तो व्यक्ति के जीवन में चल रहे सभी दुख खत्म हो जाते हैं। इस मंत्र का जाप सुबह के समय महादेवजी, पार्वतीजी तथा गणेशजी की पूजा करने के बाद किया जाना चाहिए। ध्यान रखने वाली यह है कि इस मंत्र का जाप करते समय व्यक्ति का पूर्ण सात्विक होना जरूरी है।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। ‘