भारत ने मंगलवार को ओडिशा के चांदीपुर के लांचिंग कांप्लेक्स थ्री से क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (QRSM या क्यूआर सैम) का सफल परीक्षण किया। मिसाइल का परीक्षण ट्रक आधारित लांच यूनिट से किया गया। इसे एक ट्रक पर भी लगाया जा सकता है। यह इलेक्ट्रॉनिक काउंटर सिस्टम से लैस है। यह एयरक्राफ्ट रडार के जैमर के खिलाफ भी जाकर मार कर सकता है। इसमें ठोस ईधन का इस्तेमाल किया जाता है। इस मिसाइल का एक सप्ताह के भीतर यह दूसरा सफल परीक्षण था। बताया गया कि इसकी मारक क्षमता 30 किलोमीटर से ज्यादा है। पहला परीक्षण चार जून, 2017 को हुआ था।
क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइलों का भी परीक्षण कर रहा है भारत
उल्लेखनीय है कि भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए तीनों सेनाओं, यानी जल, थल व वायु सेना को पूरी तरह से ताकतवर बनाने की कवायद में जुटा हुआ है। भारत क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइलों का भी परीक्षण कर रहा है। भारत को इसमें सफलता भी मिल रही है। पहले जितने परीक्षण पूरे साल में हुआ करते थे, उससे ज्यादा परीक्षण गत दो से तीन माह के भीतर हो चुके हैं। मिसाइलों की टेक्नोलॉजी के मामले में भी भारत अब दूसरों पर निर्भर नहीं रहा। स्वदेशी तकनीक के इस्तेमाल से मिसाइलों का परीक्षण हो रहा है।
आने वाले दिनों में और परीक्षण कर सकता है भारत
मंगलवार को परीक्षण के मौके पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) व अंतरिम परीक्षण परिषद (ITR) के वरिष्ठ वैज्ञानिकों और अधिकारियों का दल मौजूद था। सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में भारत और कई मिसाइलों का परीक्षण कर सकता है। इसके लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।