चंडीगढ़। कांग्रेस ने पूर्व क्रिकेटर और फायर ब्रांड नेता नवजोत सिंह सिद्धू को ‘आउट’ कर दिया है। इस तरह से कांग्रेस ने सिद्धू को एक और झटका दिया है। पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारक की सूची में शामिल किया है। पिछले लोकसभा चुनाव में सिद्धू कांग्रेस के स्टार प्रचार थे और बिहार में जमकर प्रचार किया था। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जारी हुई स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम शामिल है।
लोकसभा चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू ने बिहार में किया था प्रचार, केस भी दर्ज हुआ था
चुनाव भले ही बिहार में हो रहे हैं लेकिन इनका सीधा संबंध पंजाब से है, क्योंकि पंजाब में लाखों की संख्या में बिहार के लोग रह रहे हैं। इनमें से बड़ी संख्या उन लोगों की है जो काम यहां करते हैं लेकिन उनके वोट बिहार में ही है। लाॅकडाउन के दौरान लाखों श्रमिक जब बिहार जाने के लिए निकले तो पंजाब सरकार ने उनके रहने से लेकर खाने तक की विशेष व्यवस्था की, उनके लिए रेल का किराया देकर उन्हें वापस भेजा गया। अब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह को बिहार चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया है।
उधर, लोकसभा चुनाव में बिहार में कांग्रेस के लिए प्रचार करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू को विधानसभा चुनाव की स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। माना जा रहा है कि सिद्धू को इसलिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में जगह नहीं मिली क्योंकि 2019 में कटिहार में चुनाव प्रचार के दौरान सिद्धू ने विवादित बयान दिया था। जिसके बाद सिद्धू पर केस भी दर्ज हुआ था। बिहार पुलिस सिद्धू को समन देने अमृतसर उनके आवास पर पहुंची। करीब दस दिन तक सिद्धू या उनके प्रतिनिधि की ओर समन न लिए जाने पर पुलिस, सिद्धू की कोठी के बाहर समन चस्पा करके वापस चली गई।
सिद्धू को स्टार प्रचारक न बनाए जाने के कारण राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई है। कहा जा रहा है कि अगर सिद्धू प्रचार करने बिहार जाते तो वह उस केस में फंस सकते थे और कांग्रेस की किरकिरी हो जाती। वहीं इस बात को लेकर भी चर्चा हो रही है कि चार अक्टूबर को मोगा के बधनी कलां में जिस प्रकार से सिद्धू ने राहुल गांधी के सामने अपनी ही पार्टी की सरकार को खरी-खोटी सुनाई, उसे राहुल गांधी ठीक नहीं मानते।
इसी कारण कांग्रेस ने सिद्धू को स्टार प्रचारक न बनाकर झटका दिया है। जबकि कांग्रेस के महासचिव और पंजाब के प्रभारी हरीश रावत बार-बार यह बात को दोहरा रहे थे कि सिद्धू कांग्रेस पार्टी का भविष्य हैं और कांग्रेस उनका भविष्य में बेहतर उपयोग करेगी।