राहुल गांधी एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान संभाल सकते हैं, क्योंकि वे अकेले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लड़ सकते हैं। ऐसा पार्टी की असम इकाई के प्रमुख रिपुन बोरा ने कहा है, जिनका यह भी मानना है कि कांग्रेस के भीतर एक बढ़ती अराजकता के बीच गांधी की वापसी अहम है। बोरा ने कहा कि वह अपील कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि गांधी को पार्टी अध्यक्ष पद संभालने को दिया जाए और जोर देकर कहा कि वे ऐसा तब तक करते रहेंगे जब तक वायनाड सांसद फिर से कांग्रेस प्रमुख नहीं बन जाते।
असम प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख ने यहां एक साक्षात्कार में पीटीआई को बताया, ‘मैं पहला सांसद हूं जो शुरू से ही अपनी आवाज उठाता रहा हूं कि राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व संभालना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि कई बैठकों में और पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी के एक जूम कांफ्रेंस के दौरान भी, मैंने कई बार यह बात कही कि केवल वह(राहुल गांधी) ही कांग्रेस अध्यक्ष हो सकते हैं।
बता दें कि पार्टी की तीन राज्य इकाइयों – दिल्ली, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना ने कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में गांधी की वापसी के लिए प्रस्ताव पारित किए हैं। इसके अलावा, गांधी फिलहाल असम, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में पार्टी के लिए आक्रामकता के साथ प्रचार कर रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या असम कांग्रेस भी दिल्ली, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के अपने समकक्षों के समान प्रस्ताव पारित करेगी, बोरा ने कहा कि राज्य इकाई अभी विधानसभा चुनावों की तैयारी में व्यस्त है, लेकिन जोर देकर कहा कि अतीत में इसे रिकॉर्ड पर रखा है कि वह पद गांधी के लिए ही है।
राज्यसभा सांसद ने कहा, ‘वह (राहुल गांधी) भाजपा के सख्त खिलाफ हैं और केवल वे ही मोदी से लड़ सकते हैं, इसलिए केवल वह ही पार्टी अध्यक्ष पद संभाल सकते हैं।’ बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा था कि राहुल गांधी एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान संभाल सकते हैं।