रांची के बेड़ों में 50 वर्षीया एएनएम के साथ दुष्कर्म के प्रयास की घटना के बाद आक्रोशित स्वास्थ्य कर्मियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी सेवा ठप कर दी। घटना के विरोध में स्वास्थ्यकर्मी केंद्र के बाहर प्रदर्शन भी कर रहे हैं। आपको बता दें कि सोमवार देर रात नाइट ड्यूटी के लिए घर से आने के दौरान नर्स के साथ छेड़खानी, दुष्कर्म व गला दबाकर जान से मारने का प्रयास किया गया। जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मी में आक्रोश है और वे हड़ताल पर चले गए हैं।
इधर, इस संबंध में बेड़ो थाने में मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता ने बताया कि अन्य दिनों की तरह वह सोमवार की रात लगभग साढ़े नौ बजे अपने घर से ड्यूटी के लिए निकली थी। इस दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने प्रखंड कार्यालय के छोटे गेट के समीप उसे रोका और मुंह दबाकर छेड़खानी करते हुए दुष्कर्म का प्रयास करने लगा। कपड़े भी फाड़ दिए। मेरे द्वारा विरोध करने पर उसने गला दबाकर जान से मारने का भी प्रयास किया।
वहां से किसी प्रकार खुद को छुड़ाया और भागकर जान बचाई। इधर, इस घटना को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों में आक्रोश है। उन्होंने पुलिस प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई नहीं करने पर नाराजगी जताई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेड़ो के सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने एएनएम के साथ हुई घटना को लेकर सेवा ठप कर दी है। दिन भर किसी भी मरीज का इलाज नहीं हो पाया।
सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होने तक जारी रहेगा हड़ताल
स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि जब तक सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाएगी, तब तक कार्य नहीं करेंगे। उन्होंने कहा आरोपित की गिरफ्तारी तक हड़ताल जारी रहेगी। घटना के विरोध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने ओपीडी बंद कर दिया और हड़ताल पर चले गए। इस संबंध में बेड़ो थाने में मामला दर्ज किया गया है।
सिविल सर्जन कार्यालय में नर्सों का प्रदर्शन, 24 घंटे में गिरफ्तारी की मांग
इधर, सदर अस्पताल में बुधवार को जिले के 14 प्रखंडों की नर्सों ने प्रदर्शन किया। बीते 1 फरवरी की रात बेड़ो में नर्स सुधा कुमारी के साथ हुई छेड़खानी की घटना हुई थी। एएनएम-जीएनएम कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहीं नर्सों ने कहा कि अगर 24 घंटे के अंदर उस शख्स की गिरफ्तारी नहीं हुई तो ये काम का बहिष्कार करेंगी।
संघ की महासचिव वीणआ कुमार ने बताया कि ये इनका सांकेतिक प्रदर्शन था। इन्होंने रांची सदर अस्पताल में दो घंटे का प्रदर्शन किया और सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपा है। इसके साथ ही बेड़ो में अलग से प्रदर्शन किया जा रहा है। जिले भर की नर्सेज को उनका समरथन प्राप्त है। संघ के सदस्यों ने बताया कि 36 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक अपराधी बेखौफ घूम रहा है। उसकी गिरफ्तारी नहीं की गई है। 24 घंटे ड्यूटी करने के बावजूद भी हमारी नर्सेज सुरक्षित नहीं है। तो समाज की सामान्य महिलाएं कैसे सुरक्षित रह सकती हैं। संघ के सदस्यों ने कहा कि अगर हमें इंसाफ नहीं मिला तो हम सभी एनएचएम, एएनएम, जीएनएम पूरे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को ठप कर देंगे।