फरवरी में होने वाले पर्व स्नान पर यदि ट्रेन से हरिद्वार आना है तो आपका रिजर्वेशन होना जरूरी है। आरक्षित टिकट न होने पर आप हरिद्वार की यात्रा नहीं कर सकेंगे। फरवरी में होने वाले पर्व स्नान के लिए रेलवे ने यह व्यवस्था की है। इसके अलावा, स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के पास 72 घंटे की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट होना जरूरी है। बस और निजी वाहन से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को राज्य के बार्डर पर आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। जिन यात्रियों के पास निगेटिव रिपोर्ट नहीं होगी, उन्हें लौटा दिया जाएगा। स्थानीय श्रद्धालुओं को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता से मुक्त रखा गया है।
हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ के शाही स्नान से पहले 11 फरवरी को मौनी अमावस्या, 16 को वसंत पंचमी और 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा का स्नान है। कोविड को देखते हुए स्नान सुरक्षित हो, इसके लिए केंद्र की एसओपी का पालन किया जा रहा है। उत्तराखंड सरकार और रेलवे प्रशासन भी आपस में समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं।
उत्तर रेलवे की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि स्नान पर्व पर ट्रेन से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को रिजर्वेशन कराकर ही यात्र करनी होगी। उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे की ओर से टिकट काउंटरों के पास आश्रय स्थल भी बनाए गए हैं। हरिद्वार में चार और ज्वालापुर में पांच अतिरिक्त टिकट काउंटर बनाए गए हैं।
रेलवे प्रशासन के अनुसार फिलहाल हरिद्वार रूट पर 21 जोड़ी स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही हैं। राज्य सरकार की मांग पर अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है। कोविड प्रोटोकॉल और यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से की जाएगी।