गुजरात में सूरत पुलिस ने संगठित अपराध नियंत्रण कानून गुजसीटॉक के तहत एक दर्जन से अधिक अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें लाजपोर जेल सूरत, उत्तर प्रदेश में लखनऊ की जेल में बंद अपराधी भी शामिल हैं। आसिफ टामेटा गैंग का सरगना मुजफ्फर अली है। सूरत क्राइम ब्रांच ने आसिफ टामेटा गैंग के खिलाफ गुजरात कंट्रोल ऑफ टेरेरिज्म एंड ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट 2019 के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए दो आरोपितों की धरपकड़ की है। सूरत के पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने बताया कि इस गैंग पर हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट, फिरौती, अपहरण व धमकी देने के 36 मामले दर्ज हैं।
एक आरोपित युसुफ पठान कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में लखनऊ की जेल में बंद है, जबकि भोयो बटका, छोटा लंगडा सूरत की लाजपोर जेल में बंद है। मुजफ्फर अली उर्फ आसिफ टामेटा इस गैंग का सरगना है। उसके अलावा अज्जु टामेटा, शोएब, लंगडा पठाण, अजय राजपूत, राजा जहांगीर, शाहजहां शाह, संदीप ओमप्रकाश आदि अपराधी इसमें शामिल हैं। हत्या के एक मामले में अगस्त 2020 में आसिफ पुलिस के हत्थे चढ गया था। इनमें से कुछ अपराधी जहां पहले से जेल में बंद हैं, वहीं कई अपराधी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। गुजसीटॉक कानून के अंतर्गत 10 वर्ष तक की सजा तथा 50 हजार रुपये के जुर्माने की सजा दी जा सकती है। दक्षिण गुजरात में गुजसीटॉक का यह पहला मुकदमा बताया जा रहा है।