झारखंड के मुख्यमंत्री सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने गुरुवार को मधुपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर महागठबंधन के प्रत्याशी हफीजुल हसन अंसारी के नामांकन कार्यक्रम के पूर्व पत्थरचपटी आम बागान में महती जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज हाजी साहब की जितनी बातें की जाए कम होगी। हमने बहुत करीब से उन्हें देखा है। एक गार्जियन, मार्गदर्शक, साथी का हाथ हमलोगों से छूट गया, लेकिन जरूर उनके साथ उनके कर्तव्यों को जिंदा रखने, अमर रखने के लिए हमें कुछ करना होगा।
उनके रुखसत होने से मधुपुर सीट खाली हुई है। इस पर उप-चुनाव होना है। विधि का विधान कोई नहीं टाल सकता। हमें यह प्रयास जरूर करना चाहिए कि हाजी साहब जैसे इंसान का सिर कभी नहीं झुकने देना चाहिए। चुनाव में अनेक दल के लोग आएंगे तरह-तरह की कहानियां सुनाएंगे लेकिन इस बीच हमलोगों को चुनाव जीतकर हाजी साहब को श्रद्धांजलि देनी है। झारखंड मुक्ति मोर्चा पर जब-जब तूफान और संकट आया तब-तब पार्टी निखरकर उभरी है। लगातार संघर्ष कर गुरुजी शिबू सोरेन ने झारखंड को स्थापित किया है। लोग कहते थे आंदोलनकारी सरकार नहीं चला पाएंगे, ये सब हड़िया पीकर पड़ा रहेगा। आज आंदोलनकारी के बेटे के हाथ में ही सरकार की बागडोर है। हमलोग दिखावे में नहीं जाते, बूंद-बूंद से घड़ा भरने का विश्वास करते हैं।
मधुपुर से विपक्षी चुनाव नहीं लड़े इसी में उनकी भलाई, झामुमो पर चुनाव आयोग की विशेष नजर
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों को मेरा सुझाव है कि वह मधुपुर उप-चुनाव नहीं लड़ें, इसी में उनकी भलाई है। मधुपुर की जनता हफीजुल को जिताने का मन बना चुकी है। विपक्षी दल के लोग खाली-पीली पैसे और समय की बर्बादी करेंगे। पिछले दिनों भी विपक्षी उपचुनाव हार चुके हैं और आने वाले समय में सभी चुनाव हारना तय है। हमलोग जनता के हितों को प्राथमिकता पर रखते हैं। हेमंत सोरेन ने कहा कि चुनाव आयोग का हमलोगों पर खास नजर है, क्योंकि यह आयोग केन्द्र का है। नया कानून बनाया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में आज खेत में चुनाव होने वाला है। इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। संवैधानिक संस्थाओं और व्यवस्थाओं को केंद्र ने कमजोर करने का काम किया। जनता के सहयोग से संवैधानिक संस्थाओं और व्यवस्थाओं को मजबूत किया जाएगा। हेमंत सोरेन ने असम चुनाव में सहयोगियों के प्रचार-प्रसार में जाने की बात कहते हुए दिवंगत हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफिजुल हसन अंसारी को भारी मतों से विजयी बनाकर हाजी साहब को सच्ची श्रद्धांजलि देने की अपील की।
पिता को याद कर भावुक हुए हफीजुल
महागठबंधन प्रत्याशी मंत्री हफीजुल हसन अपने पिता हाजी हुसैन को याद कर काफी भावुक हो गए। कहा कि हाजी साहब की तरह ही जनता के सुख-दु:ख में शामिल रहूंगा। अपार जनसर्थन के लिए आभार जताते हुए चुनाव जिताने की अपील की।
तीन मंत्री, चार विधायक समेत महागठबंधन के नेताओं की जुटान
मौके पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, विधायक सरफराज अहमद, दीपिका पांडे सिंह, डॉक्टर इरफान अंसारी, मथुरा महतो प्रदीप यादव, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी, पूर्व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, राजद प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह, जेएमएम जिलाध्यक्ष नरसिंह मुर्मू, भूपेन सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुन्नम संजय समेत महागठबंधन के कई नेताओं ने भी तीर-घनुष छाप पर एकजुट होकर वोट देकर रिकॉर्ड मतों से महागठबंधन प्रत्याशी हफीजुल हसन अंसारी को विजयी बनाने की अपील की। कड़ी धूप में भी सभा में हजारों की संख्या में महिला, पुरूष उपस्थित थे।