बता दें कि केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसी नई गाइडलाइन का हवाला देते हुए रविशंकर प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सख्त संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में इंटरनेट साम्राज्यवाद को कभी स्वीकार नहीं किया गया है।
सरकार की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सख्त चेतावनी दी गई है। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने राज्यसभा में कहा कि अगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महिलाओं की न्यूड और मॉर्फ्ड फोटो मौजूद है, तो सोशल मीडिया कंपनी इसे 24 घंटे के अंदर हटा ले। बता दें कि केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसी नई गाइडलाइन का हवाला देते हुए रविशंकर प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सख्त संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में इंटरनेट साम्राज्यवाद को कभी स्वीकार नहीं किया गया है। इसी राह पर चलते हुए हमारी सरकार भी इंटरनेट पर किसी एक व्यक्ति का वर्चस्व नहीं होने देगी।
भारत विरोधी कंटेंट को स्वीकार नहीं
रविशंकर प्रसाद ने साफ किया कि भारत विरोधी और सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी तरह के कंटेंट को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस तरह के भारत विरोधी कंटेंट को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को 36 घंटों के भीतर हटाना होगा। इसके लिए मंत्री ने नई गाइडलाइन का हवाला दिया। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को यूजर्स का वेरिफिकेशन करने का निर्देश दिया, जिससे की फर्जी खबरों को समय रहते पहचानकर रोका जा सके। हालांकि सरकार ने साफ किया कि यह सोशल मीडिया पर निर्भर करेगा कि उसकी तरह से यूजर वेरिफिकेशन कैसे किया जाए। उन्होनें कहा कि यूजर वेरिफिकेशन में सरकार का कोई रोल नहीं होगा। सरकार ने कहा कि वो आलोचनाओं से नहीं डरती है और न ही इस पर किसी तरह का प्रतिबंध लगाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी तरह की आलोचनाओं को सहन करने के लिए तैयार है।
यूजर वेरिफिकेशन की सलाह
कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने मंत्री से पूछा कि अगर सोशल मीडिया यूजर्स की आईडी फर्जी है, तो यूजर्स की पहचान कैसे की जाएगी। इस पर मंत्री ने कहा कि यह कंपनी पर निर्भर करेगा कि वो कैसे यूजर वेरिफिकेशन करती है।