चांदनी चौक में हटाए गए 50 साल पुराने मंदिर के स्थान पर स्थानीय लोगों ने रातभर में फिर हनुमान बना दिया। इस मंदिर के बनाए जाने का पता शुक्रवार को चला। मंदिर में हनुमान जी की वही मूर्ति रखी गई है जो पहले वाले मंदिर में थी। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्टोर से बृहस्पतिवार रात को ही मूर्ति को लाया गया। इसके बाद मंदिर का निर्माण किया गया। सूत्र बताते हैं कि एक दिन पहले मंदिर को स्थापित किया जाना था, लेकिन किन्ही कारणों से उस दिन यह सिरे नहीं चढ़ पाया। वहीं, स्थानीय लोगों ने मिलकर बृहस्पतिवार रातभर में स्टील और लोहे से दूसरा हनुमान मंदिर बना दिया है। हैरानी की बात है कि रातभर में यह मंदिर लोहे और स्टील से बना दिया गया और पुलिस प्रशासन के साथ स्थानीय निकाय को भी इसका पता नहीं चला। सुबह मंदिर पहुंचे लोगों ने पहले तो दर्शन किए फिर जय श्रीराम और बजरंग बली के नारे भी लगाए।
शुक्रवार को हनुमान मंदिर के महंत पंडित अशोक शर्मा ने बताया कि सुबह चार बजे एक फोन आया कि आरती करने आ जाओ। मैं यहां पहुंचा तो मंदिर बना हुआ था। सुबह पांच बजे हमने आरती की है। किन लोगों ने बनाया? मूर्ति कौन लेकर आया? इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। शुक्रवार शाम को सात बजे हनुमान चालीसा का पाठ होगा और हनुमान आरती होगी। वहीं, शनिवार सुबह सुंदरकांड का पाठ होगा और भंडारा किया जाएगा।
मिली जानकारी के मुताबिक, चांदनी चौक में जिस जगह पर हनुमान मंदिर तोड़ा गया था, वहां रातभर में स्थानीय लोगों ने फिर मंदिर बना दिया। जनवरी के पहले सप्ताह में चांदनी चौक सेंट्रल वर्ज पर यह मंदिर तोड़ा गया था, जिस पर उत्तर दिल्ली नगर निगम ने सफाई दी थी यह मंदिर तोड़ा नहीं गया, बल्कि यहां से हटाया गया है। यहां पर मंदिर हटाने के दौरान नगर निगम ने पीपल का पेड़ भी काट दिया गया था।
वहीं, इसकी जानकारी लगते ही उत्तर दिल्ली नगर निगम के महापौर जय प्रकाश ने ट्वीट किया- ‘चांदनी चौक में विराजे पवनसुत हनुमान जय श्री राम। आज दोपहर बजे दर्शन कर हनुमान मंदिर में आशीर्वाद प्राप्त करूंगा।’ वहीं, जनवरी में मंदिर तोड़े जाने पर लोगों का कहना था कि जब अन्य धार्मिक स्थानों के लिए छूट है तो मंदिर ही क्यों तोड़ा गया। आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने जनवरी में तड़के मंदिर को तोड़ा फिर वहां रखी मूर्तियों और अन्य चीजों को पास के मंदिर में रखवा दिया। वहीं, तोड़ फोड़ के दौरान निकले मलबे को भी तत्काल हटा दिया गया था। इसके बाद कुछ घंटे के अंतराल पर ही वहां सड़क भी बना दी गई, जिससे मंदिर होने का कोई सबूत न रह जाए। वहीं, स्थानीय लोग सुबह वहां का नजारा देखकर लोग दंग रह गए। गौरतलब है कि यह हनुमान मंदिर चांदनी चौक के मुख्य मार्ग के बीच में था। इससे सड़क निर्माण में दिक्कत आ रही थी। उधर, चांदनी चौक इलाके में प्राचीन हनुमान मंदिर तोड़े जाने जाने के मामले ने तूल पकड़ा तो विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं-नेताओं में हंगामा किया था। इतना ही नहीं, उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात के बाद विश्व हिंदू परिषद के नेता आलोक कुमार ने कहा था कि हमने उपराज्यपाल से कहा है कि वे उच्च न्यायालय में प्रार्थना पत्र लगाकर मंदिर के पुनर्स्थापना के लिए अनुमति लें तथा उसी स्थान पर मंदिर को दोबारा स्थापित करें।