असम की चुनावी सभा में गुजरात के 2 व्यापारियों को लेकर दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान ने गुजरात के चुनावी माहौल में गरमी ला दी है। भाजपा ने राहुल के बयान का विरोध करते हुए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया तथा राहुल से माफी की मांग की। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने भी राहुल के बयान को शर्मनाक व गुजरात का अपमान बताया है। मुख्यमंत्री रूपाणी की ओर से जारी एक ट्वीटर संदेश में कहा गया कि गुजरातियों के बारे में राहुल गांधी का बयान उनकी नफरत को बयां करता है। प्रदेश की जनता स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को इसका जवाब देगी।
सीआर पाटिल बोले, गुजरातियों का अपमान कर रहे हैं राहुल गांधी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इसे गुजरात के लिए अपमानजनक बताया है। पाटिल का कहना है कि राहुल बार-बार अपने बयानों से गुजरात तथा गुजरातियों का अपमान करते रहते हैं। राहुल का ताजा बयान शर्मनाक है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आइके जाडेजा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद के पालडी स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर विरोध जताया। जाडेजा ने कहा कि कांग्रेस में राहुल गांधी की कोई इज्जत नहीं रह गई है। पार्टी के नेता राहुल का अपमान करते रहते हैं। जाडेजा ने कहा कि राहुल अपने बयान से गुजरात का अपमान करते रहते हैं। राहुल को यह बयान काफी महंगा पड़ेगा, गुजरात की जनता खुद आगामी चुनाव में इसका जवाब देगी। जाडेजा ने राहुल गांधी से इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग रखी है। साथ ही, प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को भी सामने आकर इसकेलिए जनता से माफी मांगने की सलाह दी है।
जानें, असम में राहुल गांधी ने क्या कहा
राज्य के चाय व्यापारी देश को टैक्स चुकाते हैं तथा जीएसटी के जरिए भी करों का भुगतान कर रहे हैं, ऐसे में उनके बारे में नकारात्मक बातें फैलाना व्यापारियों का भी अपमान है। गौरतलब है कि असम चाय बागानों के श्रमिकों के मेहनताना को लेकर राहुल ने कहा था कि उन्हें 165 रुपये मजदूरी मिलती है, जबकि गुजरात के व्यापारियों को चाय का बागान। राहुल ने कहा कि गुजरात के व्यापारियों से वसूल कर वे श्रमिकों को साढ़े तीन सौ रुपये से अधिक मजदूरी दिलाएंगे। गुजरात में छह महानगर पालिका, 81 नगर पालिका, 31 जिला पंचायत व 231 तहसील पंचायत के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में राहुल का यह बयान प्रदेश में कांग्रेस को भारी पड़ सकता है।