मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के पौने तीन महीने बाद कैबिनेट का विस्तार (Bihar Cabinet expansion) कर दिया गया। मंगलवार (9 February ) को कुल 17 मंत्रियों को राज्यपाल फागू चौहान (Governor Fagu Chauhan) ने शपथ दिलाई, जिसके बाद नीतीश सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 31 हो गई।
अभी-अभी नए मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया। केंद्र में मंत्री रहे भाजपा के शाहनवाज हुसैन को उद्योग विभाग, नितिन नवीन को पथ निर्माण विभाग दिया गया है।
भाजपा कोटे से मंत्रियों को मिले ये विभाग
शाहनवाज हुसैन – उद्योग
नितिन नवीन – पथ निर्माण विभाग
नारायण प्रसाद – पर्यटन विभाग
सुभाष सिंह – सहकारिता विभाग
नीरज सिंह बबलू – पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग
प्रमोद कुमार – गन्ना उद्योग विभाग
सम्राट चौधरी – पंचायती राज विभाग
आलोक रंजन झा -कला संस्कृति एवं युवा विभाग
जनक राम – खान एवं भूतत्व विभाग
जदयू कोटे से मंत्रियों को मिले ये विभाग
लेसी सिंह- खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग
सुमित सिंह – विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग
संजय झा – जलसंसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क सहकारिता
श्रवण कुमार – ग्रामीण विकास विभाग
मदन सहनी – समाज कल्याण विभाग
जयंत राज – ग्रामीण कार्य विभाग
जमां खान – अल्पसंख्यक विभाग
सुनील कुमार – मद्य निषेध, उत्पाद विभाग
कैबिनेट विस्तार के बाद भाजपा (BJP) कोटे के मंत्रियों की संख्या 16 हो गई, जबकि जदयू (JDU) कोटे में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्री हैं। इसके अलावा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) और वीआइपी (VIP) के एक-एक मंत्री हैैं।
विधानसभा चुनाव के बाद 16 नवंबर को नीतीश कुमार के 15 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने शपथ ली थी। बाद में जदयू कोटे के एक मंत्री मेवालाल चौधरी को आरोपों के बाद इस्तीफा देना पड़ा था, जिससे सीएम समेत मंत्रियों की संख्या 14 रह गई थी।
इस तरह है मंत्रिमंडल की सूची
1. नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री-सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन व ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं हैैं।
2. तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री-वित्त, वाणिज्य कर, नगर विकास एवं आवास विभाग।
3. रेणु देवी, उप मुख्यमंत्री-आपदा प्रबंधन, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण
4. विजय कुमार चौधरी- शिक्षा, संसदीय कार्य
5. बिजेंद्र प्रसाद यादव-ऊर्जा, योजना एवं विकास
6. अशोक चौधरी-भवन निर्माण
7. शीला कुमारी- परिवहन
8. संतोष कुमार सुमन-लघु जल संसाधन, अनुसूचित जाति, जनजाति कल्याण
9. मुकेश सहनी-पशु एवं मत्स्य संसाधन
10. मंगल पांडेय- स्वास्थ्य
11. अमरेंद्र प्रताप सिंह- कृषि
12. डॉ रामप्रीत पासवान-लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण
13. जीवेश कुमार- श्रम संसाधन, सूचना प्रौद्योगिकी
14. रामसूरत कुमार- राजस्व एवं भूमि सुधार
15. सैयद शाहनवाज हुसैन- उद्योग
16. श्रवण कुमार- ग्रामीण विकास
17. मदन सहनी- समाज कल्याण
18. प्रमोद कुमार- गन्ना उद्योग, विधि
19. संजय कुमार झा- जल संसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क
20. लेशी सिंह- खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण
21. सम्राट चौधरी- पंचायती राज
22 नीरज कुमार सिंह- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन
23.सुभाष सिंह- सहकारिता
24. नितिन नवीन- पथ निर्माण
25. सुमित कुमार सिंह- विज्ञान एवं प्रावैधिकी
26. सुनील कुमार-मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन
27. जयंत राज- ग्रामीण कार्य
28. आलोक रंजन-कला, संस्कृति एवं युवा विभाग
29. मो. जमा खान-अल्पसंख्यक कल्याण
30. नारायण प्रसाद- पर्यटन
31. जनक राम- खान एवं भूतत्व
नए चेहरों को मिली जगह
कैबिनेट विस्तार में पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) को शामिल किया गया है। भाजपा ने कुछ दिन पहले उन्हें विधान परिषद का सदस्य (Member of Legislative Assembly) बनाया है। पूर्व सांसद जनक राम (Ex MP Janak Ram) को भी तरजीह दी गई है। वह अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। उन्हें एमएलसी मनोनीत किया जा सकता है। खास बात यह कि भाजपा ने प्रदेश में अपने पुराने चेहरों को दरकिनार कर दिया है। सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) को पहले ही राज्यसभा सदस्य बनाकर प्रदेश की राजनीति से हटा दिया गया था। अब दो पुराने बड़े चेहरे प्रेम कुमार (Prem Kumar) एवं नंद किशोर यादव (Nand Kishore Yadav) को भी कैबिनेट विस्तार में जगह नहीं दी गई है। भाजपा के नौ नए मंत्रियों में आठ नए चेहरे हैं।
भाजपा की सूची का था अरसे से इंतजार
कैबिनेट विस्तार में विलंब हो रहा था। पटना से दिल्ली तक भाजपा विमर्श में जुटी थी। नफा-नुकसान के आधार पर समीकरण बनाए जा रहे थे। इस बीच नीतीश कुमार को भाजपा की सूची का इंतजार था। उन्हें कई बार कहना पड़ा कि जिस दिन सूची मिल जाएगी, उसके अगले दिन कैबिनेट विस्तार कर दिया जाएगा। आखिरकार डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद (Deputy CM Tarkishore Prasad) ने सोमवार ( 8 फरवरी) की शाम सीएम आवास में जाकर भाजपा की सूची सौंपी, जिसके बाद कैबिनेट विस्तार का रास्ता खुला।