बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) का काउंटडाउन शुरू है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपने संभावित मंत्रियों के नाम तय कर लिए हैं। केवल भारतीय जनता पार्टी (BJP) को अपने कोटे के संभावित नामों की सूची को अंतिम रूप देना है। चर्चा है कि बीजेपी ने भी अपने संभावित मंत्रियों के नाम तय तो कर लिए हैं, लेकिन इस पर दिल्ली की अंतिम मुहर का पार्टी को इंतजार है। इसके लिए बीजेपी के कई दिग्गज नेता सुशील मोदी (Sushil Modi), नित्यानंद राय (Nityanand Rai) और राधामोहन सिंह (Radha Mohan Singh) जैसे नेता दिल्ली में जमे हुए हैं। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कई नामों की चर्चा है। इनमें शामिल बीजेपी के शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) की एंट्री तय मानी जा रही है।
बीजेपी का फोकस सामाजिक-क्षेत्रीय समीकरण पर
बीजेपी सूत्रों की मानें तो विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) में जीत से उत्साहित पार्टी का सारा फोकस इस बार सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण साधने पर है। यही वजह है कि संभावित मंत्रियों के नाम को अंतिम रूप देने में समय लग रहा है। जानकारी के मुताबिक जिस जाति के विधायकों की संख्या अधिक होगी, उसको मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिए जाने के भी कयास लगाए जा रहे हैं।
अभी कैबिनेट में हैं मुख्यमंत्री को लेकर 14 मंत्री
फिलहाल राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री के अलावा 13 मंत्री हैं। बीजेपी के कोटे से तारकिशोर प्रसाद (Tar Kishore Prasad) और रेणु देवी (Renu Devi) मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री (Dy.CM) हैं। इन दो के अलावा मंगल पांडेय (Mangal Pandey), अमरेंद्र प्रताप सिंह (Amrendra Pratap Singh), जीवेश मिश्रा (Jeevesh Mishra), रामसूरत राय (Ram Surat Rai), रामप्रीत पासवान (Ram Preet Paswan) मंत्री हैं। यानी 13 में से सात मंत्री बीजेपी के हैं। बीजेपी की सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) भी सरकार में मंत्री हैं। जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपने कोटे से अब तक विजय चौधरी (Vijay Chaudhary), विजेंद्र प्रसाद यादव (Vijendra Prasad Yadav), अशोक चौधरी (Ashok Chaudhary) और शीला मंडल (Shila Mandal) को मंत्री बनाया है। इन चार के अलावा जेडीयू की सहयोगी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) से संतोष कुमार सुमन (Santosh Kumar Suman) भी मंत्री हैं।
22 नए चेहरों को मिल सकती है नीतीश कैबिनेट में जगह
नियमों के मुताबिक प्रदेश कैबिनेट में एक मुख्यमंत्री के अलावा 35 मंत्रियों का कोटा है। इस लिहाज से 22 नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। हालांकि, अब तक यह तय नहीं हुआ है कि नए मंत्रियों में कितने बीजेपी कोटे के होंगे और कितने जेडीयू के। सूत्रों की माने तो नए मंत्रिमंडल में 11-11 या फिर 10-12 के फॉर्मूले पर नए मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
शाहनवाज व संजीव चौरसिया के नाम सूची में शामिल
बीजेपी की ओर से जिन नए चेहरों में मंत्रिमंडल में शामिल करने के लेकर माथापच्ची चल रही है उनमें वैश्य समाज से आने वाले संजय सरावगी, पिछड़ी जाति से आने वाले सम्राट चौधरी, महादलित बिरादरी से आने वाली भागीरथी देवी, कृष्ण कुमार ऋषि, केंद्र की राजनीति करने वाले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, नीतीश मिश्रा, संजीव चौरसिया, पहली बार लालगंज से चुनाव जीतने वाले संजय सिंह, रामप्रवेश राय, राणा रणधीर के अलावा दीघा विधान सभा सीट से जीतने वाले संजीव चौरसिया का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।
श्रवण, लेसी, महेश्वर और कृष्णनंदन भी बन सकते हैं मंत्री
दूसरी ओर जेडीयू ने अपने कोटे से जिन लोगों को मंत्री पद सौंपने की तैयारी की है उन चेहरों में श्रवण कुमार, लेसी सिंह, सुधांशु शेखर, सुमित सिंह, शालिनी मिश्रा, नीरज कुमार, महेश्वर हजारी, मदन सहानी, बीमा भारती के अलावा कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा का नाम प्रमुख से लिया जा रहा है। संभावना है कि दो-चार रोज के अंदर दोनों दलों के प्रमुख आपस में बैठकर नामों सहमति बनाएंगे और इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार का आधिकारिक एलान कर दिया जाएगा।