करनाल के कैमला गांव के घटनाक्रम पर हरियाणा में सियासत तेज हो गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उपमुख्यमंत्री दुष्यंंत चौटाला, हरियाणा भाजपा के प्रधान ओमप्रकाश धनखड़ और जजपा के प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह सहित कई नेता दिल्ली पहुंचे हैं। ये नेता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर रहे हैं। ये नेता पूरे मामले पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी रिपोर्ट दे रहे हैं। इसके साथ ही भाजपा-जजपा गठबंधन की एकजुटता पर भी चर्चा किए जाने की संभावना है।
राजनीतिक हालातों को लेकर मनोहर लाल व दुष्यंत चौटाला की गृहमंत्री अमित शाह से होगी मुलाकात
मंगलवार देर शाम हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह गृह मंत्री अमित शाह से मिलने नॉर्थ ब्लॉक पहुंचे। सभी नेता किसान आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा की राजनीतिक हालत के बारे में अमित शाह से चर्चा कर रहे हैं। बताया जाता है कि सभी करनाल के कैमला गांव में हुई घटना के बारे में अमित शाह को रिपोर्ट देंगै। अभी अमित शाह के साथ नेताओं की वार्ता जाी है।
सीएम की किसान महापंचायत में किए गए उपद्रव से हैरान और परेशान है भाजपा का शीर्ष नेतृत्व
असल में कैमला घटनाक्रम से भाजपा आलाकमान काफी हैरान और परेशान है। राज्य में पहले कुछ युवाओं ने मंत्रियों फिर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को रोका तथा अब मुख्यमंत्री की सभा में उपद्रव किया। भाजपा आलाकमान हरियाणा में इस घटनाक्रम को सामान्य नहीं मान रही है। इस क्रम में पार्टी के रणनीतिकार भी सक्रिय हो गए हैं।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल की नारनौल में जल अधिकार रैली में काफी संख्या में ग्रामीण जुटे थे तो कैमला की महापंचायत में भी अच्छी-खासी भीड़ जुड़ी थी। ऐसे में उपद्रव को रोक पाने में असमर्थ प्रशासनिक अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। भाजपा आलाकमान चाहता है कि हरियाणा में किसी भी सूरत में माहौल खराब नहीं होने दिया जाए।
दिल्ली में रही सियासी हलचल तेज
किसान आंदोलन को लेकर भाजपा और जेजेपी के नेताओं की गृह मंत्री अमित शाह के साथ आज महत्वपूर्ण बैठक होने के साथ ही दिल्ली में हरियाणा के नेता मंगलवार को खासे सक्रिय रहे।। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के साथ-साथ हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, जेजेपी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह भी दिल्ली पहुंचे।
लंच पर जेजेपी विधायकों संग दुष्यंत चौटाला ने की बैठक
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला समेत जेजेपी विधायक और तमाम बड़े नेता दिल्ली में मौजूद रहे। डिप्टी सीएम ने जेजेपी विधायकों को आज लंच पर बुलाया था। दिल्ली स्थित फार्म हाउस पर लंच की टेबल पर जेजेपी विधायकाें की बैठक में किसान आंदोलन और मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई।
अमित शाह तक पहुंचेगा जजपा और निर्दलीय विधायकों का रुख
मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अगले दो दिनों में गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को राज्य सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय व जजपा विधायकों के रुख से अवगत कराएंगे। जानकार तो यह भी बता रहे हैं कि दुष्यंत के ऊपर उनके विधायक समर्थन वापसी का दबाव बना रहे हैं। हालांकि दुष्यंत आश्वस्त है कि तीन कृषि सुधार कानून आखिरकार किसानों के हित में ही रहेंगे क्योंकि इसके लिए उन्होंने इस बाबत पहले ही गृहमंत्री शाह से विस्तृत चर्चा कर ली है।
दुष्यंत चौटाला अब अपने विधायकों को किस तरह से सरकार के साथ लेकर चलें, इसके लिए अमित शाह से चर्चा करेंगे। यह भी बताया जाता रहा है कि मनोहर मंत्रिमंडल से कुछ उन मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है जो बरोदा उपचुनाव सहित स्थानीय निकाय चुनाव और अब किसान आंदोलन के दौरान अपनी प्रभावी भूमिका अदा नहीं कर पाए।
कांग्रेस के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे: कटारिया
दूसरी ओर, केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने कैमला गांव के घटनाक्रम को कांग्रेस द्वारा लिखी गई पटकथा ही बताया है। कटारिया का कहना है कि हरियाणा में किसान तीन कृषि सुधार कानूनों को लेकर कतई भी आंदोलन में सक्रिय भूमिका नहीं निभा रहा है। दिल्ली बार्डर पर बैठे हरियाणा के किसानों के पीछे भी कांग्रेस का हाथ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता ही ट्रैक्टर यात्रा में सक्रिय हुए। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के मंसूबे किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से इस्तीफा मांगने वाले कांग्रेसी किसानों की चिंता छोड़कर अब राजनीतिक रोटियां सेंकने लगे हैं।