प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे पर हैं इस बीच वो कच्छ में सिख किसानों से मुलाकात करेंगे। पिछले दो सप्ताह से भी ज्यादा समय से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। किसान नए कानूनों को रद करने की मांग पर अड़े हैं।
नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसानों के प्रदर्शन का आज 20वां दिन है। किसान संगठनों ने साफ कर दिया है कि कृषि कानूनों को रद करने से कम कुछ भी उन्हें मंजूर नहीं है। किसान अपनी मांगों पर अड़े हैं, इसके मद्देनजर सोमवार को उन्होंने भूखहड़ताल भी की। इनके समर्थन में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी उपवास रखा था। सिंघु और टीकड़ी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन लगातार 20वें दिन जारी है।
Farmers' protest at Tikri border continues for the 20th day
Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar yesterday said that discussions should be held clause by clause.#FarmLaws pic.twitter.com/OKY7jzUOFu
— ANI (@ANI) December 15, 2020
सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। इसके मद्देनदर रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
किसानों के सुझाव मानने को तैयार सरकार : गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि किसानों को समझना चाहिए कि सरकार उनके साथ है, कोई नाइंसाफी नहीं होने देगी। आगे उन्होंने किसानों को प्रस्ताव देते हुए कहा कि वे सरकार के साथ आएं और कानूनों पर बात करें। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ है और अगर किसान कृषि कानूनों को लेकर कोई सुझाव देना चाहती है को सरकार उसे मानने को तैयार है।