3 केंद्रीय कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के राज्यों के किसानों का आंदोलन शनिवार को 17वें दिन पहुंच गया है।  सोनीपत में खरखौदा क्षेत्र से होकर गुजरने वाले कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे की पिपली टोल को किसानों द्वारा फ्री करवाया गया है। फिलहाल सभी वाहन बगैर टोल दिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, स्थानीय किसान हुक्का लेकर टोल पर बैठे हैं।

कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शनकारी किसान ट्रेनें रोकने की चेतावनी दे चुके। इस पर रेल प्रशासन सतर्क हो गया है। पंजाब के साथ ही हरियाणा व दिल्ली-एनसीआर के साथ लगते इलाके में विशेष निगरानी रखी जा रही है।

कृषि कानूनों को निरस्त कराने की मांग को लेकर राजस्थान के किसान किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए रविवार को कूच करेंगे। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के मुताबिक, राजस्थान के किसान राशन और बिस्तर लेकर दिल्ली आएंगे। दिल्ली कूच करने की कड़ी में सभी किसान शनिवार को जयपुर जिले के कोटपुतली में जुटेंगे फिर वहीं से रविवार को जयपुर-दिल्ली राजमार्ग से दिल्ली कूच करेंगे। इसके बाद 14 दिसंबर को प्रदेश में किसान धरने-प्रदर्शन करेंगे। किसान नेता तारा सिंह सिद्धू का कहना है कि किसान घरों से राशन और बिस्तर की व्यवस्था करके निकलेंगे, जिससे हर परिस्थिति का सामना किया जा सके।