पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से आए हजारों किसान सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। वह यहां से टस से मस होने के लिए तैयार नहीं हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के किसान यूपी गेट पर जमा हैं। रविवार दोपहर यूपी के किसानों ने दिल्ली पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड तोड़ डाले, हालांकि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के कहने पर मामला शांत है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के किसानों को रोकने के लिए 2 लेयर में बैरिकेड लगाए हैं। अगर एक टूटा तो दूसरे पर हर हाल में किसानों को रोकने का इंतजाम है।
भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी का बड़ा बयान, दिल्ली नहीं जाएंगे किसान, वजह भी बताई
इस बीच भाकियू के हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने अहम बयान में कहा है कि किसान अब दिल्ली नहीं जाएंगे। गुरनाम सिंह ने कहा कि बुराड़ी जाने का कोई इरादा नहीं है। सरकार ने पहले डंडे मारे फिर पानी की बौछारें और आंसू गैस छोड़े। अम्बाला से लेकर यहां तक हम पर 30-32 केस दर्ज किए जा चुके हैं। हत्या का केस तक हम पर दर्ज किया गया है। हमें डर है कि जाट आरक्षण की तरह अब कुछ असामाजिक तत्व हमारे बीच न घुस जाएं और कोई अनहोनी न कर दें। इसलिए हम सतर्क हैं। गुरनाम सिंह ने कहा कि अब हरियाणा का किसान भी हमारा साथ देने के लिए चल पड़ा है। अमित शाह अगर बुराड़ी आकर बात करना चाहते हैं तो हम नहीं मानेंगे। सरकार ने अब देर कर दी है। संयुक्त मोर्चा के बैनर तले आंदोलन चल रहा है। गुरनाम ने मांग की है कि तीनों कानून रद होंने चाहिए। बिजली बिल, एमएसपी गारंटी कानून लाया जाए, ये भी हमारी मांग है।
अमित शाह के साथ 1 दिसंबर को 1 बजे हो सकती है किसान संगठनों की बैठक
वहीं, खबर आ रही है कि 1 दिसंबर को 1 बजे किसानों संगठनों की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक हो सकती है। इस बैठक के लिए किसान नेताओं ने अमित शाह, राजनाथ सिंंह व कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मुलाकात की थी। यह बैठक कहां पर होगी? यह अभी तय नहीं हुआ है