‘मैं संवेदनशील मुख्यमंत्री हूं। किसानों के प्रति लापरवाही बर्दाश्त नहीं करूंगा। मुरैना के किसान बाजरा की खरीद में लापरवाही से परेशान हैं। धरने पर बैठे हैं। मुझे खबर है पर कलेक्टर बेखबर हैं। ये कैसा प्रशासन है। समय रहते सुधर जाएं, ऐसे सभी अधिकारी बदल दूंगा। मुझे ऐसे अधिकारी नहीं चाहिए, जो संवेदनशील न हों।’ यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देर रात बाजरा खरीद को लेकर बुलाई वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में कही। इसमें मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई, मप्र राज्य विपणन संघ के एमडी पी. नरहरी, खाद्य संचालक तरण पिथो़ड़े सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं मौजूदा प्रशासनिक व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हूं। सूत्रों का कहना है कि कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को बदला जा सकता है। दरअसल, मामला ये था कि मुरैना में कई किसान बाजरा के खरीद केंद्रों में लापरवाही से नाराज होकर धरने पर बैठे हैं, लेकिन मुरैना कलेक्टर अनुराग वर्मा ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। मुख्यमंत्री शनिवार सुबह गोंदिया गए थे, जहां उन्हें किसानों की परेशानी के बारे में पता चला। देर रात भोपाल लौटे तो उन्होंने सभी अधिकारियों को तलब कर लिया और खूब खरी-खोटी सुनाई।

रासुका लगाओ

जब मुख्यमंत्री को बताया गया कि बाजरा की फसल बंपर आने के कारण बाहरी राज्यों के व्यापारी यहां समर्थन मूल्य पर बाजरा बेचने आ गए हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन लोगों की पहचान करो और जरूरत पड़े तो रासुका लगाओ, लेकिन वाजिब लोगों का हक मत मारो। उन्होंने कहा कि जब हमारे द्वारा गेहूं खरीद का रिकार्ड बनाया गया, एक करोड़ 29 लाख टन गेहूं खरीद की पर कहीं कोई गड़बड़ी की शिकायत नहीं आई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वे निरंतर बाजरा और धान खरीद की समीक्षा करेंगे।

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