दुनिया भर में फलों के ऐसी-ऐसी किस्में पाई जाती हैं। जिनके बारे में शायद ही कोई जानता होगा। सेब, अमरूद, केला, अनार आदि के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते हैं। लेकिन क्या आपने कभी हनुमान फल या लक्ष्मण फल के बारे में सुना है? अगर नहीं सुना तो आज हम आपको इस फल के गुणों के बारे में बताएंगे। ताकि आप इसे अपने रूटीन में शामिल कर सकें। सबसे पहले बता दें कि हनुमान फल को ही लक्ष्मण फल कहा जाता है। इस फल को अंग्रेजी में ग्रेविओला (Graviola) कहते हैं। इस पौधे के फल, फूल, पत्ते, जड़ सभी का इस्तेमाल किया जाता है। हनुमान फल का टेस्ट अनानास और स्ट्रॉबेरी जैसा लगता है। इसे खाने के बाद ऐसा महसूस होता है कि हम स्ट्रॉबेरी और अनानास इन दोनों ही फलों को एक साथ खा रहे हैं। दिखने में ये अनानास की तरह लगता है जिसमें अंदर मलाईदार गूदा और काले बीज होते हैं। टेस्टी होने के साथ-साथ हनुमान फल में स्वास्थ्य को फायदे पहुंचाने वाले कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। पोषक तत्वों का भंडार 100 ग्राम हनुमान फल में 81.16 ग्राम पानी और एनर्जी की 276 के.जे. मात्रा पाई जाती है। इसके साथ ही इसमें 1 ग्राम प्रोटीन, 3.3 ग्राम खाने वाला फाइबर, 14 मिलीग्राम कैल्शियम, 0.6 मिलीग्राम आयरन, 21 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 278 मिलीग्राम पोटेशियम, 27 मिलीग्राम फॉस्फोरस, 0.1 मिलीग्राम जिंक, 20.6 मिलीग्राम विटामिन सी और 14 एमसीजी फोलेट होता है। एक स्टडी के मुताबिक, हनुमान फल के पौधे में लगभग 212 फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जिनमें एल्कलॉइड, मेगास्टिगमन, फ्लेवोनोल ट्राइग्लोसाइड्स, फिनोलिक्स, साइक्लोपेप्टाइड्स और आवश्यक तेल शामिल हैं। साथ ही वे एंटीकैंसर, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-ऑर्थ्रेटिक, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीकॉन्वल्सेंट, हेपेटोप्रोटेक्टिव और एंटीडायबिटिक मैकेनिज्म के लिए भी फायदेमंद हैं। Diabetes: ये लक्षण दिखें तो फौरन कराएं जांच, डायबिटीज के हो सकते हैं शिकार कैंसर के मरीजों के लिए फायदेमंद कई लोग इस फल को नेचुरल कीमोथैरेपी मानते हैं। ऐसा माना जाता है कि हनुमान फल और इसकी पत्तियों के सेवन से लगभग 12 टाइप के कैंसर सेल्स को मात दी जा सकती है। इसमें क्विनोलोन, एसिटोजिनिन और अल्कलॉइड जैसे एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं। जिससे कैंसर को रोकने और ट्यूमर के साइज को घटाने में मदद मिलती है। माना यह भी जाता है कि ये फल ब्रेस्ट कैंसर, फेफड़ों के कैंसर और पेनक्रिएटिक कैंसर से भी बचा जा सकता है। UTI को रोकने में मददगार UTI या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (urinary tract infection) आज महिलाओं की सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। खट्टा सूप या लक्ष्मण फल खाने से इस समस्या से लड़ने में मदद मिल सकती है। इसमें विटामिन C भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यही वजह है कि ये यूरिन में एसिडिक लेवल को बनाए रखने में मदद करता है। वाटर रिटेंशन रोकता है कई महिलाएं वाटर रिटेंशन (Water Retention) की वजह से पीरियड्स के दौरान काफी फूला हुआ महसूस करती हैं। हालांकि हनुमान फल खाने से उनकी ये समस्या दूर हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हनुमान फल में पोटेशियम की मात्रा अच्छी होती है, जो वाटर रिटेंशन को रोकने में मदद करती है।