राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली में कोरोना संक्रमण के तेज बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नई दिल्‍ली में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे निजी अस्पतालों का दौरा करने के लिए 10 टीमें गठित की हैं। कई मामलों को देखने वाली ये बहु-विषयक टीमें संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए विभिन्न निर्देशों के अनुपालन सुनिश्‍च‍ित करने पर गौर करेंगी।

सरकार को सौंपेंगी रिपोर्ट

केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक, टीमें अपना दौरा करेंगी और दो दिनों के भीतर अपनी समीक्षा रिपोर्टें केंद्र सरकार को सौंपेंगी। रिपोर्टों के मुताबिक, ये टीमें निजी अस्पतालों का दौरा करके आईसीयू बेड की उपलब्धता की जानकारी भी लेंगी। ये टीमें संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुपालन पर ध्‍यान केंद्रित करेंगी।

114 निजी अस्पतालों का दौरा करेंगी टीमें

इसके अलावा राष्‍ट्रीय राजधानी में कोरोना पर काबू पाने के लिए एक अतिरिक्त टीम भी गठित की गई है। जरूरत पड़ने पर इसको हर परिस्थिति से सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। प्राप्‍त जानकारी के मुताबिक, ये टीमें कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे करीब 114 निजी अस्पतालों का दौरा करेंगी। यही नहीं ये टीमें वार्ड और आईसीयू बेड की उपलब्धता के साथ ही इस बारे में दी जाने वाली सूचना और सरकारी नियमों के अनुपालन पर गौर करेंगी।

शाह ने खुद संभाला है मोर्चा

मालूम हो कि दिल्ली में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के मसले पर चिंता जताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में रविवार को एक हाई लेवल बैठक हुई थी। इस बैठक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन शामिल हुए थे। रिपोर्टों के मुताबिक, बैठक में लिए गए फैसलों के तहत ही इन बहु-विषयक टीमों का गठन किया गया है।

सीएपीएफ के डॉक्‍टर होंगे तैनात

केंद्रीय गृहमंत्री शाह की मौजूदगी में हुई बैठक में फैसला किया गया था कि दिल्‍ली में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी न हो इसके लिए सीएपीएफ यानी सेंट्रल मार्म्ड पुलिस फोर्सेज के डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की भी तैनाती की जाएगी। डॉक्‍टरों की इस टीम को जल्‍द एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद ट्वीट कर उक्‍त जानकारी दी थी।