कई बार हमें लगता है कि हमारी जिंदगी में सब गलत ही हो रहा है लेकिन ऐसा नहीं होता है। अगर आप भी इसी गलतफहमी में हैं तो यह प्रेरक कहानी आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए पढ़ते हैं यह प्रेरक कथा| एक राजा ने अपनी प्रजा की परीक्षा लेनी चाही। इसके लिए राजा ने सड़क के बीचों-बीच एक पत्थर रख दिया। फिर राजा सड़क की दूसरी तरफ खड़ा हो गया। वह यह देखना चाहता था कि इस पत्थर को कौन उठाता है। लोग धीरे-धीरे वहां से निकल रहे थे लेकिन किसी ने भी उस पत्थर को नहीं हटाया और उसके बराबर से होकर निकलने लगे। कई लोगों ने राजा को बुरा भला कहा। लोगों ने कहा कि ये कैसा राजा है जो सड़क के बीच में बड़े-बड़े पत्थर रखे हुए है। क्या हालत हो गई है सड़क की।
तभी वहां से एक किसान निकला। उसके सिर पर एक टोकरी रखी थी। चलते-चलते उसके सामने वो पत्थर आ गया। किसान ने उसे हटाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह पत्थर काफी भारी था। वह उसे नहीं हटा सका। उसने पत्थर को थोड़ा खिसका दिया। वह आगे बढ़ गया। जब वह वापस आया तो उसने अपनी टोकरी सिर पर रखी। तब उसकी नजर एक थैली पर पड़ी। यह थैली उसी जगह पर थी जहां वो पत्थर रखा था। उसने उस थैली को उठाया और देखा कि उसमें सोने की अशरफिया थीं। साथ ही में एक पत्र भी था। उसमें लिखा था मैं आपकी परीक्षा लेना चाहता था और देखना चाहता था की आखिर वो कौन है जो इस मुसीबत के पत्थर को रास्ते से हटाता है और सफल होता है।
सीख: