निकिता मर्डर केस मे न्याय की मांग की आड़ में करीब 200 प्रदर्शनकारियों के द्वारा दुकानों पर पथराव करने और नेशनल हाईवे जाम करने की कोशिश की गई। रोकने पर असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर भी पत्थर बरसाए। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया । 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है। बाकी और को चिन्हित किया जा रहा है। पथराव में दो पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं।
बता दें कि पुलिस निकिता मर्डर केस में मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। इस केस मे श्रीमान पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा एसआईटी का गठन किया जा चुका है। एसआईटी द्वारा वैज्ञानिक व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर तेजी से अनुसंधान करके शीघ्र चालान कोर्ट में दिया जाएगा ताकि दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके।
आज दिनांक 1 नवंबर 2020 को सर्व बिरादरी संगठन की तरफ से दशहरा ग्राउंड में पंचायत की जा रही थी। इस भीड़ में से कुछ असामाजिक तत्व हाईवे की तरफ चल दिए। जिसमें करीब 200 असामाजिक तत्वों ने दुकानों पर पथराव किया और हाईवे को जाम करने की कोशिश कर रहे थे। जब पुलिस ने इन असामाजिक तत्वों को रोकना चाहा तो पुलिस पर भी पथराव किया। जिस पर मौजूद पुलिस बल ने असामाजिक तत्व के खिलाफ हल्का बल प्रयोग कर उनको तितर-बितर किया गया।
पुलिस ने मौके से करीब 20 असामाजिक तत्वों राउंडअप किया गया है अन्य जो पत्थर बाजी करने में शामिल थे उन्हे चिन्हित किया जा रहा है। जिन असामाजिक तत्वों ने फरीदाबाद का माहौल खराब करने की कोशिश की है उनमें से 2 नोएडा से , 2 गौतम बुध नगर से , 3 दिल्ली से, 3 पलवल से, 1 गुड़गांव से और 2 मेवात के रहने वाले हैं पुलिस यह पता लगा रही है कि इन लोगों को यहा किसने भेजा था। हाईवे जाम करना और तोड़फोड़ व पत्थरबाजी करने के पिछे इनका क्या मकसद क्या था।
डीसीपी बल्लबगढ़ श्री सुमेर सिंह यादव ने कहा की कानून एवं शांति व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के साथ पुलिस सख्ती से निपटेगी, इस तरह की अराजकता शहर में बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी फरीदाबाद वासियों से अनुरोध है शांति बनाए रखें। पुलिस पीड़ित परिवार के साथ है दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी लेकिन धरना प्रदर्शन के नाम पर आम शहरी को परेशानी मे ना डाले और कानून व्यवस्था बनाये रखे।