जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में करौली जिले के बूकना गांव में मंदिर की जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच हुए विवाद में पुजारी को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया। पुजारी की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने पुजारी पर पेट्रोल डालने के मुख्य आरोपित कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक मृदुल कछ्वा ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। आग से झुलसे पूजारी ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुजारी पर पेट्रोल डालने की घटना बुधवार देर शाम को हुई। पुलिस के अनुसार मृतक पुजारी बाबूलाल वैष्णव ने पर्चा बयान में बताया था कि मेरा परिवार 15 बीघा मंदिर माफी जमीन पर खेती करता था। आरोपी कैलाश, शंकर व नमो मीणा ने उसकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया। पंच-पटेलों ने मंदिर की जमीन पर किसी व्यक्ति द्वारा पुजारी के अलावा मकान आदि नहीं बनाने का फरमान सुनाया था।
बुधवार शाम को कैलाश, शंकर, नमो, किशन, रामलखन व परिवार ने जमीन पर कब्जा कर छप्पर तानने लग गए। बुजुर्ग पुजारी ने उन्हे रोकने का प्रयास किया तो आरोपितों ने बाजरे की कड़बी और पेट्रोल की बोतल डालकर माचिस की तिली से आग लगा दी गई। इससे पुजारी बुरी तरह झुलस गया। गंभीर स्थिति में पुजारी को जयपुर के एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
मुख्य आरोपित को गिरफ्तार करने के साथ ही अन्य आरोपितों की तलाशी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीम गठित की गई है। इस घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा, एक बात तो स्पष्ट है कि यहां महिलाएं, बच्चे, बूढ़े, दलित, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने कहा कि गहलोत सरकार में अत्याचारों की पराकाष्ठा हो गई है । गहलोत को एक मिनट भी मुख्यमंत्री रहने का अधिकार नहीं है ।
पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू की और जल्द से जल्द उन्हें गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। वहीं पुलिस टीम ने 24 घंटे में मुख्य आरोपी कैलाश मीणा निवासी बूकना थाना सपोटरा को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है।