बंगाल के हाई वोल्टेज सीट बन चुके नंदीग्राम से आज मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। इस सीट पर ममता का मुकाबला हाल में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेता सुवेंदु अधिकारी के साथ है।

बंगाल के चुनावी अखाड़े में सबसे हाई वोल्टेज सीट बन चुके नंदीग्राम से आज मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। इस सीट पर ममता का मुकाबला हाल में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी के साथ है। सुवेंदु नंदीग्राम सीट से विधायक थे, लेकिन तृणमूल छोड़ने के साथ उन्होंने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया था।

जानकारी के मुताबिक ममता दोपहर करीब 3:00 बजे हल्दिया में जिलाधिकारी के कार्यालय में नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। इसके बाद वह फिर नंदीग्राम लौट जाएंगी। गौरतलब है कि ममता नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए एक दिन पहले मंगलवार को ही नंदीग्राम पहुंच गईं। नंदीग्राम में ममता ने 10,000 से ज्यादा तृणमूल के बूथ कार्यकर्ताओं को मंगलवार को संबोधित किया। इस दौरान ममता ने जमकर हिंदुत्व कार्ड खेला और भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं भी हिंदू हूं। कोई मुझे हिंदुत्व के बारे में नहीं सिखाए। ममता शाम में नंदीग्राम में दो मंदिरों में भी गईं। इसके बाद तुष्टीकरण का कार्ड खेलते हुए ममता वहां एक मजार में भी गई और वहां चादर चढ़ाई। इसके बाद ममता नंदीग्राम में एक चाय दुकान पर रुकीं और वहां खुद से चाय बनाकर लोगों को पिलाईं। साथ ही खुद भी चाय पीं। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के यहां उन एक-दो नहीं बल्कि कई रूप देखने को मिले। ममता का ये रूप पहले किसी ने शायद ही देखा हो।

बता दें कि इससे पहले दिन में हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ममता ने सुवेंदु पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं नंदीग्राम की बेटी हूं। मैं अपना नाम भूल सकतीं हूं लेकिन नंदीग्राम नहीं। नंदीग्राम सीट पर सबकीं नजरें हैं। यह सीट दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गई है ।

जानकारी हो कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साल 2007-08 में नंदीग्राम आंदोलन का नेतृत्व किया था, जिसने 2011 में बंगाल में 34 साल लंबे वामपंथी शासन का अंत करने में अहम भूमिका निभाई थीं।

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