टिकट नहीं मिलने से नाराज नेता व कार्यकर्ता प्रदेश के पार्टी आलाकमान को सीधे चुनौती देते नजर आ रहे हैं। टिकट वितरण में अनियमितता का सीधा आरोप। आरोप -अपने चहेते नेताओं को टिकट बांट दिए। 20- 20 लाख रुपए लेकर टिकट बेचने का आरोप।
महानगर पालिका चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष सोनल पटेल को पार्टी विरोधी गतिविधि के आरोप में कांग्रेस ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उधर वरिष्ठ नेता दीपक बाबरिया सोनल बेन पटेल के समर्थन में आ गए। गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश कांग्रेस में एक बार फिर उठापटक का दौर शुरू हो गया है। टिकट नहीं मिलने से नाराज नेता व कार्यकर्ता प्रदेश के पार्टी आलाकमान को सीधे चुनौती देते नजर आ रहे हैं। वही महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष सोनल पटेल, राजकोट महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हर्षा बा जाडेजा जैसी कई महिला नेताओं ने इस चुनाव में पार्टी की टिकट बेचे जाने का आरोप लगाया है।
टिकट वितरण में अनियमितता का सीधा आरोप
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रभारी रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य दीपक बाबरिया ने भी एक पत्र लिखकर पार्टी के कार्यकर्ता तथा टिकट नहीं मिल पाने वाले नेताओं से माफी मांगी है। बावरिया ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा पार्टी के गुजरात प्रभारी एवं सांसद राजीव सातव तथा अन्य कई नेताओं पर टिकट वितरण में अनियमितता का सीधा आरोप लगाया है।
आरोप-अपने चहेते नेताओं को टिकट बांट दिए
बावरिया ने कहा कि महानगर पालिका चुनाव के लिए उम्मीदवारों को पसंद करने का समय काफी कम मिला 15 दिन में उम्मीदवारों के पैनल तैयार किए गए। उनका सीधा आरोप है कि पार्टी के निरीक्षकों की ओर से जो पैनल तैयार किए गए थे उनको रातोंरात बदल दिया गया तथा प्रदेश के नेताओं ने अपने चहेते नेताओं को टिकट बांट दिए।
20-20 लाख रुपए लेकर टिकट बेचने का आरोप
महिला कांग्रेस की नेता सोनल पटेल ने गत दिनों प्रदेश के नेताओं पर 20- 20 लाख रुपए लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया था। सोनल पटेल प्रदेश कांग्रेश की एक सक्रिय नेता रही है तथा वरिष्ठ नेता बावरिया के अनुसार उनका उम्मीदवारों के पैनल में नाम था लेकिन किसी नेता के विरोध के चलते उन्हें उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया और उनकी जगह किसी और को टिकट थमा दिया गया।
गुजरात कांग्रेस की समस्याओं का समाधान खोजें
बावरिया ने कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय आलाकमान को अब गुजरात कांग्रेस की समस्याओं का समाधान खोजना होगा। प्रदेश संगठन में बहुत खामियां हैं जिनकी वजह से सक्रिय वह निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होती है तथा कई वरिष्ठ नेता अपने कार्यकर्ताओं को टिकट देने की जिद्द लेकर बैठ जाते हैं जिसके कारण पार्टी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ता है।
पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबन की सूचना
गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी पार्टी की ओर से जारी बयान में सोनल बेन पटेल को अनुशासनहीनता का दोषी बताते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबन करने की सूचना दी गई है।
कांग्रेस की ओर से मीडिया में जारी पत्र में कहा गया है कि ….श्रीमती सोनल बेन पटेल
विषय: महिला कांग्रेस की सभी ज़िम्मेदारियों से आपको हटाने के बाबत
प्रिय बहन,
आप पिछले कई वर्षों से party की सम्मानित कार्यकर्ता और पदाधिकारी रही हैं ! और party ने भी आपको हमेशा सम्मान भी दिया है! लेकिन पिछले दो दिनो में आपने मीडिया में party की कार्य प्रणाली और हमारे नेताओ को लेकर जो विवादास्पद बयान दिए हैं वो बहुत आपत्तिजनक और अभद्र हैं जिनसे party की छवि धूमिल हुई है! विशेषकर आप जैसी वरिष्ठ पदाधिकारी से इस प्रकार के व्यवहार की अपेक्षा नहीं की जाती!
आपकी इस party विरोधी गतिविधि को देखते हुए आपको महिला कांग्रेस के सभी पदों और सदस्यता से तत्काल प्रभाव से मुक्त किया जाता है!
-गायत्रीबा वाघेला गुजरात प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष