गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धनाणी ने अपने कार्यालय में पसंद का सचिव नियुक्‍त नहीं करने को लेकर सीधे मुख्‍यमंत्री कार्यालय को निशाने पर लिया है। धनाणी का कहना है कि सीएमओ में 79 वर्ष के सेवानिवृत्‍त अधिकारी कार्यरत हैं लेकिन उन्‍हें अपने पसंद का एक अधिकारी भी नहीं दिया जा रहा है। कांग्रेस के युवा एवं तेजतर्रार नेता परेश धनाणी ने मुख्यमंत्री के सलाहकार 79 वर्षीय बी एन नवलावाला, सीएम के मुख्‍य प्रधान सचिव 68  वर्षीय डॉ के कैलाशनाथन, सीएम के सचिव 70 वर्षीय जे पी मोढा, राज्‍यपाल के प्रधान सचिव 69 साल के अरविंद जोशी, गृह विभाग के अतिरिक्‍त सचिव 69 साल के विजय बी बधेका सहित एक दर्जन अधिकारियों के नामों का उल्‍लेख करते हुए मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी को एक पत्र लिखा है।

धनाणी तीन बार मुख्‍यमंत्री रुपाणी को लिख चुके हैं पत्र

धनाणी ने लिखा है कि उनके कार्यालय में सचिव के पद पर कैग के सेवानिवृत्‍त उपनियंत्रक एच जे पारेख को नियुक्‍त किया जाए। धनाणी के ऑफिस स्‍टाफ के सदस्‍य हरेश सिसारा बताते हैं कि इस संबंध में धनाणी तीन बार मुख्‍यमंत्री रुपाणी को पत्र लिख चुके हैं।  इसमें धनाणी ने लिखा  है कि जुलाई 2016 में प्रदेश के सामान्‍य प्रशासन विभाग ने परिपत्र जारी कर 62 वर्ष से अधिक उम्र के अधिकारियों की नियुक्‍त नहीं करने के निर्देश जारी किये थे लेकिन मुख्‍यमंत्री कार्यालय सहित राजभवन, चुनाव आयोग, गृह विभाग, मेट्रो रेल प्रोजेक्‍ट में 65 से 79 वर्ष के सेवानिवृत्‍त अधिकारियों की नियुक्ति कर खुलेआम नियमों का उल्‍लंघन किया जा रहा है लेकिन उनके निजी सचिव के पद पर जनवरी 2020 में सेवानिवृत्‍त हुए एच जे पारेख को नियुक्‍त नहीं किया जा रहा है।

अर्जी पर ध्‍यान नहीं दिया जा रहा 

धनाणी का कहना है कि एक साल से वे लगातार सरकार को पत्र लिख रहे हैं लेकिन उनकी अर्जी पर कोई ध्‍यान नहीं दिया जा रहा है। धनाणी ने रुपाणी के कार्यालय में तैनात सबसे सशकत अधिकारी के कैलाशनाथन, नवलावाला, जेपी मोढा, परिमल शाह, विधानसभा सचिव डी एम पटेल सहित चुनाव आयेाग, गृह विभाग आदि के कई वरिष्‍ठ अधिकारियों का उल्‍लेख करते हुए कहा है कि उनके पसंद के अधिकारी को उनका निजी सचिव नहीं बनाया तो वे सीएमओ के मुख्‍य प्रधानसचिव के कार्यालय के बाहर धरना देंगे।