अमेरिका ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान में आतंकी मामले में लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी को सजा सुनाए जाने से वह उत्साहित है। पाकिस्तान को अब लखवी को 2008 में हुए मुंबई समेत अन्य आतंकी हमलों के लिए भी उत्तरदायी ठहराना चाहिए।

पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने शुक्रवार को आतंकी हमलों के लिए धन मुहैया कराने के मामले में लखवी को पांच साल कैद की सजा सुनाई थी। लखवी मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता है। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते लखवी को सजा सुनाई गई है।

अमेरिकी विदेश विभाग के दक्षिण और मध्य एशिया ब्यूरो ने इस पर ट्वीट कर कहा, ‘जकी-उर-रहमान लखवी को सजा सुनाए जाने से हम उत्साहित हैं। लेकिन उसका अपराध आतंकवाद के वित्त पोषण करने से कहीं बहुत ज्यादा है। पाकिस्तान को मुंबई समेत अन्य आतंकवादी हमलों में उसे उत्तरदायी ठहराना चाहिए।’

बता दें कि आतंकियों को मदद पहुंचाने के आरोप में दुनियाभर में घिरे पाकिस्तान को अंतत: भारत के दबाव के आगे झुकना पड़ा। लाहौर स्थित आतंकवाद निरोधी अदालत ने शुक्रवार को मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तोइबा के ऑपरेशन कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी को टेरर फंडिंग मामले में 15 वर्ष कैद की सजा सुनाई। फैसले के बाद अदालत के एक अधिकारी ने बताया कि लाहौर स्थित आतंकवाद निरोधक अदालत (एटीसी) ने लखवी को आतंकवाद निरोधी अधिनियम 1997 की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एक मामले में दोषी ठहराया है।

न्यायाधीश एजाज अहमद बुट्टर ने लखवी को तीन आरोपों में से प्रत्येक में पांच-पांच वर्ष की सजा सुनाई है। साथ ही प्रत्येक आरोप में एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। अगर जुर्माने की रकम अदा नहीं की जाती है उसे प्रत्येक आरोप में छह महीने की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किए गए लखवी को गत शनिवार को पंजाब प्रांत के आतंकवाद रोधी विभाग ने गिरफ्तार किया था। उस समय अमेरिका ने उसकी गिरफ्तारी का स्वागत करते हुए मुंबई हमलों में भी सुनवाई शुरू करने को कहा था।